गणेश जी के 108 नाम हिंदी में: गणेश जी के 108 नाम हिंदी में
गणेश जी के 108 नाम हिंदी में: क्या आप जानते हैं हर शुभ काम की शुरुआत सबसे पहले भगवान गणेश...
0%
दिवाली लक्ष्मी पूजन विधि: का नाम पता ही चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं। चारो तरफ ख़ाली और खुशियाँ होती हैं, परिवार के साथ समय का मज़ा कुछ और होता है।
लेकिन का मतलब सिर्फ दीप जलाना नहीं, बल्कि माता लक्ष्मी की पूजा करना है, जो धन, सुख और शांति की देवी हैं।

हर घर में इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, ताकि आने वाले साल खुशियाँ और बरकत से भरा हो।
इस दिन सही तरीके से पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसलिए आज हम आपको बताते हैं दिवाली लक्ष्मी पूजन विधि यानी घर पर लक्ष्मी जी की पूजा करने का आसान तरीका।
इस लेख में आप जानेंगे दिवाली पर लक्ष्मी पूजन क्यों किया जाता है, पूजा का सही समय और शुभ आह्वान, पूजा में लीज वाली नाश्ता स्टेप बाय स्टेप पूरी पूजा विधि, पूजा के वक्त बोलने वाले मंत्र, पूजा के समय क्या ध्यान रखना चाहिए और पूजा के बाद क्या करना चाहिए। अगर आप पहली बार लक्ष्मी पूजन के बारे में बात कर रहे हैं तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है।
लक्ष्मी पूजन का सही समय बहुत होता है। इन्हें माता लक्ष्मी माना जाता है, शाम के समय जब चारों ओर अँधेरा होता है, और दीपक जलते हैं, तब घर में आते हैं। इस समय को प्रदोष काल कहा जाता है।

आमतौर पर लक्ष्मी पूजन का शुभ समय शाम 6 बजे से रात 8:30 बजे तक रहता है। जगह और साल के हिसाब से थोड़ा अंतर आता है।
लक्ष्मी पूजन की तिथि:
अंतिम तिथि (काल):
शुभ उत्सव (लक्ष्मी पूजा मुहूर्त):
शाम 7:08 बजे से रात 8:18 बजे तक (1 घंटा 10 मिनट)
यह समय दो मुख्य विशेषताओं से श्रेष्ठ है:
किन समयों से सलाह:
दुर्भाग्यवश तिथि में ही लक्ष्मी पूजन करना अनिवार्य है। पूजा से पहले घर को अच्छे से साफ करें, भगवान का आसन सजाएं, दीप जलाएं और परिवार के सभी लोग मिलकर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा-आराधना करें।
लक्ष्मी पूजन करने से पहले पता करें कि सारी सामग्री पहले से तैयार कर लें। इस पूजा के चुभन से कोई जल्दबाज़ी या ग़लती नहीं होती। नीचे दी गई सामग्री आम तौर पर हर घर में दी गई है दिवाली लक्ष्मी पूजन के लिए उपयोगी हैं।

पूजा सूची सामग्री:
जिस रात सब कुछ जगमग हो रहा हो, उस समय लक्ष्मी पूजन सबसे शुभ माना जाता है। नीचे दिए गए आसान स्टेप्स फॉलो करके कोई भी घर पर दिवाली लक्ष्मी पूजन कर सकता है।

1. तैयारी करें: शाम को घर की अच्छी तरह से सफाई करें और दरवाजे पर रंगोली बनाएं। यह है सत्य-सुथरे घर में लक्ष्मी जी का प्रवेश होता है।
2. दुकान की सजावटये: एक साफ कपड़ा पर लाल या पीला कपड़ा, वह पर लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति। मूर्ति के आगे दीपक जलाएं।
3. कलश स्थापना: एक कलश में गंगाजल भरा, जिसमें अशोक के पत्ते और ऊपर के नारियल शामिल हैं। यह कलश शुभता और धन की वृद्धि का प्रतिक होता है।
4. संकल्प ले: दोनों हाथों में थोड़ा पानी उर फूल लेकर व्रत या पूजा का संकल्प लें कि आप मन से लक्ष्मी माता की पूजा करेंगे।
5. भगवान गणेश की पूजा: हर शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी से होती है, उन्हें दीया, फूल और निर्धन बनाएं।
6. लक्ष्मी जी की पूजा: लक्ष्मी जी को हल्दी, कुमकुम, चावल, फूल और मिठाई दें। इनके आगे सिक्के या नोट हैं, माना जाता है कि पूजा के समय लक्ष्मी जी कमल के फूल लगते हैं।
7. दीपदान करें: घर के हर कोने में दीपक जलते हैं, ऐसा माना जाता है कि इससे ब्लैकआउट और नकारात्मकता दूर होती है।
8. आरती करें: लक्ष्मी और गणेश जी की आरती पूरे परिवार के साथ मिलकर करें।
9. प्रसाद बाटें: पूजा के बाद सभी को मिठाई और प्रसाद की बातें।
पूजा के दौरान मंत्र का उच्चारण अत्यंत शुभ और घटित होता है, और यदि आप लक्ष्मी जी की पूजा कर रहे हैं तो लक्ष्मी जी के मंत्र का उच्चारण भी अत्यंत शुभ और शुभ होता है। पूजन में जाने वाले लक्ष्मी जी के कुछ प्रमुख मंत्र -
लक्ष्मी जी के प्रमुख मंत्र:
लक्ष्मी पूजन के दौरान कुछ छोटी लेकिन बची हुई बातें याद रखनी चाहिए ताकि पूजा पूरा फल दे:
पूजा पूरी होने के बाद कुछ बातें जरूर करनी चाहिए ताकि लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बना रहे:
लक्ष्मी पूजन के बाद का ये व्यवहार ही असली पूजा का फल है क्योंकि पूजा सिर्फ धन के लिए नहीं, मन की शांति और कृतज्ञता के लिए होती है।
यह त्यौहार केवल खली और मिठाइयों का नहीं है, बल्कि घर में सुख समृद्धि और शांति का प्रतीक है। इस दिन की सबसे खास परंपरा है माता लक्ष्मी की पूजा।
सही विधि, मन की मुद्रा और सही समय पर दी गई पूजा से दिवाली लक्ष्मी पूजन विधि का महत्व और वृद्धि होती है।
पूजा करने का असली उद्देश्य केवल धन कामना नहीं है, बल्कि घर के माहौल को सकारात्मक बनाना, परिवार में प्रेम और मेलजोल हासिल करना और अपने कर्मों में सच्चाई रखना।
जब पूरा परिवार मिलकर दीपक जलाता है, मंत्र बजाता है, और आरती करता है तो घर में लक्ष्मी माता का आशीर्वाद इलेक्ट्रोनिक रूप से आता है।
इस वर्ष, अपने घर को अच्छे से सजाएं, पूजा की सामग्री पहले से तैयार करें और पूजा को पूरे मन और श्रद्धा से करें। याद रखें, असली लक्ष्मी हमारे अच्छे कर्म, शुद्ध विचार, और प्यारे रिश्ते से आती हैं।
दिवाली लक्ष्मी पूजन विधि को सरल और सही तरीके से अपनाकर आप अपने घर में समृद्धि और खुशियों की स्थायी रोशनी ला सकते हैं।
तिथि (मुहूर्त) तय करने के लिए 100% निःशुल्क कॉल
विषयसूची
श्रेणियों के अनुसार फ़िल्टर
सभी बोलियाँ
विशेष अवसरों पर पूजा
आगामी पूजाएँ
Dosha Nivaran Pujas
मुक्ति कर्म
ट्रेंडिंग विषयों के अनुसार फ़िल्टर करें
क्षेत्र के अनुसार फ़िल्टर
उत्तर भारतीय पूजाएँ
दक्षिण भारतीय पूजाएँ