Purnabrahma Stotram in Sanskrit: पूर्णब्रह्म स्तोत्रम् अर्थ सहित
पूर्णब्रह्म स्तोत्रम् भगवान जगन्नाथ अर्थार्थ जग के नाथ को समर्पित एक मधुर और सुंदर भजन है। भगवान जगन्नाथ, जो पूर्णब्रह्म…
भोजन मंत्र: हिंदू धर्म की परंपराओं के अनुसार भोजन करने से पहले तथा भोजन करने के बाद कुछ नियमों के बारे में बताया गया है| पौराणिक समय में लोग भोजन करने से पूर्व एवं भोजन करने के बाद इन नियमों का पालन करते थे|
परन्तु आज के समय में भोजन के नियमों का पालन करना तो दूर, लोगों के पास सही समय पर खाना खाने का वक्त भी नहीं होता है| धार्मिक ग्रंथों में इस बारे में बताया गया है कि अन्न में माता अन्नपूर्णा का वास होता है|
इस कारण हमेशा भोजन करने से पहले माता अन्नपूर्णा को प्रणाम करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए| इसलिए भोजन करने से पूर्व भोजन मंत्र का जाप करना चाहिए| ऐसा करने से हम माता अन्नपूर्णा के प्रति सम्मान को प्रकट करते है| भोजन करने से पूर्व भोजन मंत्र (Bhojan Mantra Lyrics) का जाप करने से माता अन्नपूर्णा बहुत ही प्रसन्न होती है|
भोजन मंत्र का जाप करने के पश्चात किया हुआ भोजन स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है| आज इस लेख के माध्यम से हम आपको भोजन मंत्र, भोजन मंत्र का हिंदी अर्थ एवं भोजन के नियमों के बारे में बताएँगे|
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अन्न ग्रहण करने से पहले
विचार मन मे करना है
किस हेतु से इस शरीर का
रक्षण पोषण करना है
हे परमेश्वर एक प्रार्थना
नित्य तुम्हारे चरणों में
लग जाये तन मन धन मेरा
विश्व धर्म की सेवा में ॥
ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना।।
ॐ सह नाववतु।
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्विनावधीतमस्तु।
मा विद्विषावहै॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥
Ann grahan karne se pehle
Vichar man me karna hai
Kis hetu se is Shareer ka
Rakshan Poshan karna hai
Hey Parameshwar ek Prarthana
Nitya tumhare charnon mein
Lag jaye tan man dhan mera
Vishva dharm ki seva mein.
Brahmarpanam brahmahavirbrahmagnau brahmana hutam.
Brahmaiva tena gantavyam brahmakarma samadhina.
Om Sah navavatu.
Sah nau bhunaktu.
Sah veeryam karavavahai.
Tejasvina vadheetamastu.
Ma Vidvishavahai.
Om shanti: shanti: shanti:
हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों में बताया गया है कि भोजन करने से पहले भोजन मंत्र का जाप करना मनुष्यों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होता है| भोजन को हमेशा हाथ – मुंह धोकर ही खाना चाहिए|
माना जाता है कि भोजन मंत्र से हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार की ऊर्जा प्राप्त होती है| पूर्ण विधि विधान के साथ तथा भोजन मंत्र का जाप करके भोजन करने से हमे इसका दुगना फल प्राप्त होता है|
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