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दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang)

Aaj Ka Panchang: पंचांग का हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से ही बहुत महत्व रहा है| यह पंचांग भारतीय कैलेंडर के आधार पर बनाया ज्योतिष कैलेंडर होता है जिसे “पंचांग” कहा जाता है| दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) हिन्दू धर्म के लोगों तथा ज्योतिषियों की सबसे लोकप्रिय पुस्तिकाओं में से एक है| ज्योतिष शास्त्र में हिन्दू दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है| इसी के साथ दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) का पठन तथा श्रवण करना भी हिन्दू धर्म में बहुत शुभ माना जाता है|

दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) में सूर्योदय-सूर्यास्त, चंद्रोदय-चंद्रास्त समय, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त, योगकाल, करण, चौघड़िया मुहूर्त, सूर्य-चन्द्र के राशि आदि के बारे में बताया जाता है| 99Pandit की वेबसाइट पर हिंदी पंचांग के साथ- साथ आपको सन 2024 के प्रत्येक माह के दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी| पंचांग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है पांच अंग| यह पांच अंग ऊर्जा के पांच स्रोतों का प्रतिनिधित्व करते है| यह पांच अंग निम्न है - तिथि, नक्षत्र, वार, योग तथा करण|

पंचांग के पांच अंग

1. तिथि

हिन्दू धर्म की काल गणना के अनुसार चंद्र रेखांक को सूर्य रेखांक से 12 अंश तक ऊपर जाने के लिए जितना समय लगता है| उसे ही तिथि कहा जाता है| एक महीने में कुल 30 तिथियाँ होती है| जिन्हें दो पक्षों में बांटा गया है| कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या तथा शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा तिथि के नाम से जाना जाता है|

तिथियों के नाम - प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या एवं पूर्णिमा|

2. नक्षत्र

ब्रह्माण्ड में स्थित एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है| इस समूह में कुल 27 नक्षत्र होता है तथा इस 27 नक्षत्रों का स्वामित्व नौ ग्रहों को प्राप्त है| इन 27 नक्षत्रों के नाम निम्न है - अश्विनी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, मूल नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र|

3. वार

वार का अर्थ दिनों से है| हिन्दू पंचांग के अनुसार एक सप्ताह में सात दिन होते है| इन सात वार ग्रहों के नाम पर रखे गए है जैसे - सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार तथा रविवार|

4. योग

27 नक्षत्रों की भांति ही योग भी 27 प्रकार के होते है| सूर्य तथा चंद्रमा की विशेष दूरियों की स्थिति को ही योग कहा जाता है| दूरियों के अनुसार जो 27 योग बनते है, उनके नाम निम्न है - प्रीति,आयुष्मान, विष्कुम्भ, अतिगण्ड, सौभाग्य, शोभन, धृति, शूल, सुकर्मा, व्याघात, ध्रुव, वृद्धि, हर्षण, वज्र, सिद्धि, परिघ, वरियान, व्यातिपात, साध्य, सिद्ध, शिव, ब्रह्म, शुभ, शुक्ल, वैधृति तथा इंद्र|

5. करण

किसी भी तिथि में दो करण होते है| एक तिथि के पूर्वार्ध में उपस्थित होता है तथा एक तिथि के उत्तरार्ध में उपस्थित होता है| ऐसे ही कुल 11 करण होते है, जिनके नाम निम्न है - बालव, बव,तैतिल, कौलव, वाणिज,गर, शकुनि, विष्टि, नाग, चतुष्पाद एवं किस्तुघ्न| इनमें से विष्टि करण को भद्रा के नाम से जाना जाता है तथा भद्रा के समय किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है|

पंचांग क्या है? तथा इसका महत्व

पंचांग एक ऐसा दैनिक हिन्दू कैलेंडर है जो खगोलीय पिंडों की वर्तमान स्थिति पर आधारित होता है| यह दैनिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) हिन्दू धर्म के ज्योतिषियों से डेटा को एक उचित सारणी के रूप में प्रस्तुत करता है| दैनिक पंचांग का उपयोग हिन्दू समाज ने किसी भी प्रकार के अनुष्ठान तथा पूजा के लिए उचित दिन तथा सही मुहूर्त का चुनाव करने के लिए किया जाता है| हिंदी पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से भी जाना जाता है|

आपको बता दे दो अलग-अलग स्थानों के लिए के एक ही समय का पंचांग भी अलग-अलग होता है| दैनिक पंचांग का मुख्य उद्देश्य कालमापन तथा कालगणना माना जाता है| किसी भी विशेष दिन के पंचांग निर्धारित करने के लिए स्थान, समय क्षेत्र, समय तथा तिथि की आवश्यकता होती है| दैनिक पंचांग का पठन करने से जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पलों को शुभ फलदायी बनाया जा सकता है|

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) हमारे प्रतिदिन रोजमर्रा के कार्यों में बहुत ही सहायक हो सकता है| दैनिक पंचांग से हमें यह पता लगता है कि हमारे लिए आज कौनसा समय हमें महत्वपूर्ण कार्यों को करने तथा उचित निर्णय लेने के लिए शुभ परिणाम प्रदान करने वाला हो सकता है| इस प्रकार हम दैनिक पंचांग की सहायता से हमारी प्रतिदिन की योजना को और भी बेहतर बना सकते है| यदि दैनिक पंचांग के अनुसार हमारे ग्रहों की स्थिति सही नहीं दिख रही है तो हम महत्वपूर्ण कार्यों को कुछ समय के लिए रोक सकते है या फिर उस कार्य को बहुत ही सावधानीपूर्वक करें|

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