Mahamaya Ashtakam Lyrics: महामाया अष्टकम हिंदी अर्थ सहित
महामाया अष्टकम (Mahamaya Ashtakam Lyrics) माँ काली को समर्पित भजन है। माँ काली को सभी प्रकार की बुराइयों का नाश…
तुलसी जी की आरती (Tulsi Ji Ki Aarti) मुख्यतः प्रत्येक वर्ष तुलसी पूजन के शुभ अवसर पर माता तुलसी को प्रसन्न करने के लिए की जाती है| माना जाता है कि जो भी भक्त तुलसी माता की पूजा करने के पश्चात तुलसी जी की आरती (Tulsi Ji Ki Aarti) का जाप करता है उस भक्त के जीवन से कठिनाइयां दूर हो जाती है|
हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार तुलसी माता को दरिद्रता नाश करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है| इसलिए यदि आप प्रतिदिन तुलसी जी की आरती (Tulsi Ji Ki Aarti) का जाप करते है तो आपको आर्थिक तंगी से भी राहत मिलती है| नियमित रूप से तुलसी माता की पूजा व साथ ही तुलसी जी की आरती (Tulsi Ji Ki Aarti) का गान करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है व जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है|
इसके आलवा यदि आप ऑनलाइन किसी भी पूजा जैसे सरस्वती पूजा (Saraswati Puja), गृह प्रवेश पूजा (Griha Pravesh Puja), तथा सत्यनारायण पूजा (Satyanarayan Puja) के लिए आप हमारी वेबसाइट 99Pandit की सहायता से ऑनलाइन पंडित बहुत आसानी से बुक कर सकते है| इसी के साथ हमसे जुड़ने के लिए आप हमारे Whatsapp पर भी हमसे संपर्क कर सकते है|
|| तुलसी जी की आरती ||
जय जय तुलसी माता,
मैया जय तुलसी माता ।
सब जग की सुख दाता,
सबकी वर माता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
सब योगों से ऊपर,
सब रोगों से ऊपर ।
रज से रक्ष करके,
सबकी भव त्राता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
बटु पुत्री है श्यामा,
सूर बल्ली है ग्राम्या ।
विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे,
सो नर तर जाता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
हरि के शीश विराजत,
त्रिभुवन से हो वंदित ।
पतित जनों की तारिणी,
तुम हो विख्याता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
लेकर जन्म विजन में,
आई दिव्य भवन में ।
मानव लोक तुम्हीं से,
सुख-संपति पाता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
हरि को तुम अति प्यारी,
श्याम वर्ण सुकुमारी ।
प्रेम अजब है उनका,
तुमसे कैसा नाता ॥
हमारी विपद हरो तुम,
कृपा करो माता ॥
॥ जय तुलसी माता…॥
जय जय तुलसी माता,
मैया जय तुलसी माता ।
सब जग की सुख दाता,
सबकी वर माता ॥
|| Tulsi Ji Ki Aarti ||
Jay Jay Tulsi Mata,
Maiya Jay Tulsi Mata.
Sab jag ki sukh data,
Sabki var Mata.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Sab yogon se upar,
Sab rogon se upar.
Raj se Raksha karke,
Sabki bhav tratha.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Batu putri hai Shyama,
Sura bali hai gramya.
Vishnupriya jo nar tumko seve,
So nar tar jata.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Hari ke sheesh virajat,
Tribhuvan se ho vandit.
Patit jano ki tarini,
Tum ho vikhyata.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Lekar janm vijan mein,
Aayi divya bhavan mein.
Manav lok tumhi se,
Sukh-sampati pata.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Hari ko tum ati pyari,
Shyam varn sukumari.
Prem ajab hai unka,
Tumse kaisa nata.
Hamari vipad haro tum,
Kripa karo Mata.
॥ Jay Tulsi Mata…॥
Jay Jay Tulsi Mata,
Maiya Jay Tulsi Mata.
Sab jag ki sukh data,
Sabki var Mata.
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