Durga Kavach Lyrics in Hindi: माँ दुर्गा कवच संस्कृत में
दुर्गा कवच (Durga Kavach Lyrics in Hindi ) का पाठ माता दुर्गा से रक्षा की प्रार्थना करने के लिए किया…
गणपति जी की आरती (Ganpati Ji Ki Aarti) किसी भी प्रकार के शुभ कार्य को प्रारंभ करने से पहले से की जाती है| गणपति जी की आरती (Ganpati Ji Ki Aarti) का जाप करने भगवान गणेश जी महाराज अपने भक्तों से बहुत प्रसन्न होते है| गणपति जी की आरती (Ganpati Ji Ki Aarti) के बहुत ही सारे संस्करण है| जिनकी रचना अलग – अलग कवियों तथा भक्तों के द्वारा की गई है| गणेश जी को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है| किसी भी प्रकार का कार्य या कोई भी पूजा गणपति जी की आरती (Ganpati Ji Ki Aarti) के बिना अधूरी मानी जाती है| गणपति जी की आरती (Ganpati Ji Ki Aarti) को प्रेम तथा भक्ति के भाव से गाने से यह भक्त को दिव्य आनंद की अनुभूति करवाती है|
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|| गणपति जी की आरती ||
गणपति की सेवा मंगल मेवा,सेवा से सब विघ्न टरैं।
तीन लोक के सकल देवता,द्वार खड़े नित अर्ज करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
रिद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजें,अरु आनन्द सों चमर करैं।
धूप-दीप अरू लिए आरतीभक्त खड़े जयकार करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
गुड़ के मोदक भोग लगत हैंमूषक वाहन चढ्या सरैं।
सौम्य रूप को देख गणपति केविघ्न भाग जा दूर परैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
भादो मास अरु शुक्ल चतुर्थीदिन दोपारा दूर परैं।
लियो जन्म गणपति प्रभु जीदुर्गा मन आनन्द भरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
अद्भुत बाजा बजा इन्द्र कादेव बंधु सब गान करैं।
श्री शंकर के आनन्द उपज्यानाम सुन्यो सब विघ्न टरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
आनि विधाता बैठे आसन,इन्द्र अप्सरा नृत्य करैं।
देख वेद ब्रह्मा जी जाकोविघ्न विनाशक नाम धरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
एकदन्त गजवदन विनायकत्रिनयन रूप अनूप धरैं।
पगथंभा सा उदर पुष्ट हैदेव चन्द्रमा हास्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
दे शराप श्री चन्द्रदेव कोकलाहीन तत्काल करैं।
चौदह लोक में फिरें गणपतितीन लोक में राज्य करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
उठि प्रभात जप करैंध्यान कोई ताके कारज सर्व सरैं
पूजा काल आरती गावैं।ताके शिर यश छत्र फिरैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
गणपति की पूजा पहले करने सेकाम सभी निर्विघ्न सरैं।
सभी भक्त गणपति जी केहाथ जोड़कर स्तुति करैं॥
गणपति की सेवा मंगल मेवा…॥
|| Ganpati Ji Ki Aarti ||
Ganpati ki seva mangal meva, seva se sab vighn tarain.
Teen lok ke sakal devta, dwar khade nit arj karain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Riddhi-siddhi dakshin vaam viraje, aru anand so chamara karain.
Dhoop-deep aru liye aarti, bhakt khade jaykaar karain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Gud ke modak bhog lagta hai, mooshak vahan chadhya sarain.
Saumya roop ko dekh Ganpati, vighn bhag ja door parain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Bhado maas aru shukla chaturthi, din dopahara door parain.
Liyo janam Ganpati Prabhu ji, Durga man aanand bharain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Adbhut baza baja Indra ka dev, sab gaan karain.
Shri Shankar ke aanand upajyanam, sunyo sab vighn tarain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Aani vidhata baithe aasan, Indra apsara nritya karain.
Dekh Ved Brahma ji, jako vighn vinashak naam dharaain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Ekadant gajvadan Vinayak, trinayan roop anoop dharaain.
Pagthamba sa udar pusht hai, dev chandra-ma hasya karain.
Ganpati ki seva mangal meva…
De shraap Shri Chandradev ko, kalahin tatkal karain.
Chaudah lok mein fire Ganpati, teen lok mein rajya karain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Uthi prabhat jap karain, dhyan koi take kaaraj sarain.
Puja kaal aarti gaavain, take shir yash chatra phirain.
Ganpati ki seva mangal meva…
Ganpati ki pooja pehle karne se, kaam sabhi nirvighn sarain.
Sabhi bhakt Ganpati ji ke saath jodkar stuti karain.
Ganpati ki seva mangal meva…
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