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Ram ko Dekh Kar Janak Nandini Lyrics: राम को देखकर जनक नंदिनी भजन

Ram ko Dekh Kar Janak Nandini Lyrics: राम को देखकर जनक नंदिनी भजन

99Pandit Ji
Last Updated:September 25, 2024

Ram ko Dekh Kar Janak Nandini Lyrics: भगवान श्री राम की स्तुति करने हेतु भगवान श्री राम के इस भजन – राम को देखकर जनक नंदिनी, का जाप किया जाता है| यह राम को देखकर जनक नंदिनी भजन (Ram ko Dekh Kar Janak Nandini Lyrics), भगवान श्री राम बहुत प्रसिद्ध एवं भक्तों के द्वारा पसंद किया जाने वाला भजन है| यह भजन प्रसिद्ध गायक प्रकाश गाँधी जी ने गाया है तो आइये गान करते है इस मधुर भजन – राम को देखकर जनक नंदिनी का|

राम को देखकर जनक नंदिनी

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Ram ko Dekh kar Janak Nandini Lyrics in Hindi – राम को देखकर जनक नंदिनी भजन हिंदी में

राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी ।
राम देखे सिया को सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी ॥

थे जनक पुर गये देखने के लिए,
सारी सखियां झरोखों से झाँकन लगे ।
देखते ही नजर मिल गयी प्रेम की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी ॥
राम को देख कर के जनक नंदिनी…॥

बोली एक सखी राम को देखकर,
रच गयी है विधाता ने जोड़ी सुघर ।
फिर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
मन में शंका बनी की बनी रह गयी ॥
राम को देख कर के जनक नंदिनी…॥

बोली दूसरी सखी छोटन देखन में है,
फिर चमत्कार इनका नहीं जानती ।
एक ही बाण में ताड़िका राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी ॥
राम को देख कर के जनक नंदिनी…॥

राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी ।
राम देखे सिया को सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी ॥

राम को देख कर जनक नंदिनी

Ram ko Dekh kar Janak Nandini Lyrics in English – राम को देख कर के जनक नंदिनी

Ram ko dekh kar ke Janak Nandini,
Baag mein vo khadi ki khadi reh gayi.
Ram dekhe Siya ko, Siya Ram ko,
Chaaro ankhiya ladi ki ladi reh gayi…॥

The Janakpur aaye dekhne ke liye,
Saari sakhiyaan jharokho se jhaankne lage.
Dekhte hi nazar mil gayi prem ki,
Jo jahan thi khadi ki khadi reh gayi.
Ram ko dekh kar ke Janak Nandini…॥

Boli ek sakhi Ram ko dekh kar,
Rach gayi hai vidhata ne jodi sughar.
Phir dhanush kaise todenge vaare kunwar,
Man mein shanka bani ki bani reh gayi.
Ram ko dekh kar ke Janak Nandini…॥

Boli doosri sakhi, chhotan dekhne mein hai,
Phir chamatkar inka nahin jaanti.
Ek hi baan mein Taadika rakshasi,
Uth saki na, padi ki padi reh gayi.
Ram ko dekh kar ke Janak Nandini…॥

Ram ko dekh kar ke Janak Nandini,
Baag mein vo khadi ki khadi reh gayi.
Ram dekhe Siya ko, Siya Ram ko,
Chaaro ankhiya ladi ki ladi reh gayi…॥

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