Logo 0%
Book Dhanteras Online Group Puja Book Dhanteras Online Group Puja Book Now
दुर्गा चालीसा

Namo Namo Durge Sukh Karni Lyrics: दुर्गा चालीसा का पाठ

99Pandit Ji
Last Updated:September 29, 2025

दुर्गा माता की आराधना करने के लिए दुर्गा चालीसा (Durga Chalisa Lyrics in Hindi) का पाठ बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता है| हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि त्यौहार के नौ दिनों में दुर्गा चालीसा नियमित तथा पूर्ण श्रद्धा के साथ पाठ करने से शत्रुओं से छुटकारा मिलता है|

दुर्गा चालीसा का पाठ करने से भक्तों के मन की सभी इच्छाएं माता दुर्गा पूर्ण कर देती है| धार्मिक ग्रंथों के अनुसार दुर्गा चालीसा का पाठ नवरात्रि के समय करना बहुत ही शुभ माना जाता है|

दुर्गा चालीसा

माँ दुर्गा के जो भी भक्त नवरात्रि का उपवास करते है| उन्हें अपनी सभी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए दुर्गा चालीसा का पाठ निश्चित रूप से करना चाहिए|

इसके अलावा यह भी माना जाता है कि दुर्गा चालीसा का जाप व्यक्ति के भीतर अध्यात्मिक तथा भावनात्मक दृष्टिकोण को जागृत करने में सहायता करता है|

दुर्गा चालीसा का पाठ व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करता है तथा मन में चल रहे अनावश्यक विचारों से भी मुक्ति दिलाता है|

ऐसा भी कहा जाता है कि दुर्गा चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के अन्दर सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है एवं बुरी शक्तियों से लड़ने के लिए ताकत मिलती है|

दुर्गा चालीसा का पाठ भक्तों को सभी प्रकार की परेशानियों से बचाता है| अब हम आपको 99Pandit के बारे में जानकारी देंगे|

99Pandit एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफार्म है जिसकी सहायता से आप हिन्दू धर्म से संबंधित किसी भी पूजा जैसे – रुद्राभिषेक पूजा (Rudrabhishek Puja), दिवाली पूजा (Diwali Puja) के लिए ऑनलाइन पंडित बुक कर सकते है|

यहाँ बुकिंग प्रक्रिया बहुत ही आसान है| बस आपको Book a Pandit विकल्प का चुनाव करना होगा और अपनी सामान्य जानकारी जैसे कि अपना नाम, मेल, पूजन स्थान, समय,और पूजा का चयन के माध्यम से आप अपना पंडित बुक कर सकेंगे|

Namo Namo Durge Sukh Karni Lyrics – दुर्गा चालीसा हिंदी में

|| दुर्गा चालीसा ||

नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी ।
तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥

शशि ललाट मुख महाविशाला ।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला ॥

रूप मातु को अधिक सुहावे ।
दरश करत जन अति सुख पावे ॥

तुम संसार शक्ति लै कीना ।
पालन हेतु अन्न धन दीना ॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला ।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥

प्रलयकाल सब नाशन हारी ।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी ॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें ।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥

रूप सरस्वती को तुम धारा ।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा ॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा ।
परगट भई फाड़कर खम्बा ॥

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो ।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो ॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं ।
श्री नारायण अंग समाहीं ॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा ।
दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी ।
महिमा अमित न जात बखानी ॥

मातंगी अरु धूमावति माता ।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता ॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी ।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी ॥

केहरि वाहन सोह भवानी ।
लांगुर वीर चलत अगवानी ॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै ।
जाको देख काल डर भाजै ॥

सोहै अस्त्र और त्रिशूला ।
जाते उठत शत्रु हिय शूला ॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत ।
तिहुँलोक में डंका बाजत ॥

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे ।
रक्तबीज शंखन संहारे ॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी ।
जेहि अघ भार मही अकुलानी ॥

रूप कराल कालिका धारा ।
सेन सहित तुम तिहि संहारा ॥

परी गाढ़ सन्तन पर जब जब ।
भई सहाय मातु तुम तब तब ॥

अमरपुरी अरु बासव लोका ।
तब महिमा सब रहें अशोका ॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी ।
तुम्हें सदा पूजे नरनारी ॥

प्रेम भक्ति से जो यश गावैं ।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें ॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई ।
जन्ममरण ताकौ छुटि जाई ॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी ।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी ॥

शंकर आचारज तप अति कीनो ।
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो ॥

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को ।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको ॥

शक्ति रूप का मरम न पायो ।
शक्ति गई तब मन पछितायो ॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी ।
जय जय जय जगदम्ब भवानी ॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा ।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा ॥

मोको मातु कष्ट अति घेरो ।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो ॥

आशा तृष्णा निपट सतावें ।
मोह मदादिक सब बिनशावें ॥

शत्रु नाश कीजै महारानी ।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी ॥

करो कृपा हे मातु दयाला ।
ऋद्धि सिद्धि दै करहु निहाला ॥

जब लगि जिऊँ दया फल पाऊं ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं ॥

श्री दुर्गा चालीसा जो कोई गावै ।
सब सुख भोग परमपद पावै ॥

देवीदास शरण निज जानी ।
कहु कृपा जगदम्ब भवानी ॥

|| दोहा ||

शरणागत रक्षा करे,
भक्त रहे निशंक ।
मैं आया तेरी शरण में,
मातु लिजिये अंक ॥

॥ इति श्री दुर्गा चालीसा ॥

दुर्गा चालीसा

Durga Chalisa Lyrics in English – नमो नमो दुर्गे सुख करनी

|| Durga Chalisa ||

Namo Namo Durge Sukh Karni |
Namo Namo Ambe Dukh Harni ||

NIrankar Hai Jyoti Tumhari |
Tihun Lok Feli Ujiyari ||

Shashi Lalaat Mukh Maha Vishala |
Netra Lal Bhrikutee Vikrala ||

Roop Maatu Ko Adhik Suhaave |
Darshan Karat Jan Ati Sukh Paave ||

Tum Sansar Shakti Lai Keena |
Palan Hetu Anna Dhan Deena ||

Annapoorna Hui Jag Pala |
Tumhi Aadi Sundari Bala ||

Pralaykaal Sab Naashan Haari |
Tum Gauri Shiv Shankar Pyari ||

Shiv Yogi Tumhre Gun Gaavein |
Brahma Vishnu Tumhein Nit Dhyavein ||

Roop Saraswati Ko Tum Dhara |
De Subuddhi Rishi Munin Ubara ||

Dharyo Roop Narsingha Ko Amba |
Pragat Bhayi Phaad Kar Khamba ||

Raksha Kari Prahlaad Bachayo |
Hiranyaksha ko Swarg Pathayo ||

Laksmi Roop Dharo Jag Mahin |
Shree Narayan Anga Samahin ||

Ksheer Sindhu Mein Karat Vilasa |
Daya Sindhu Dije Man Aasa ||

Hingalaj Mein Tum Hi Bhawani |
Mahima Amit Na Jaat Bakhani ||

Matangi Aru Dhoomawati Mata |
Bhuvneshwari Bagala Sukhdata

Shree Bhairav Tara Jag Tarani |
Chhinna Bhala Bhava Dukh Nivarini ||

Kehri Vahan Soha Bhavani |
Laangur Veer Chalata Agavani ||

Kar Mein Khappar Khadaga Virajay |
Jako Dekh Kaal Dar Bhajey ||

Sohe Astra Aur Trishula |
Jaate Uthat Shatru Hiya Shoola ||

Nagarkot Mein Tumhi Virajat |
Tihun Lok Mein Danka Baajat ||

Shumbh – Nishumbh Daanv Tum Maare |
Rakta Beej Shankhan Sanhaare ||

Mahishasur Nrip Ati Abhimaani |
Jehi Agh Bhar Mahi Akulaani ||

Roop Karaal Kalika Dhara |
Sen Sahita Tum Tihin Sanhara ||

Pari Gaadh Santan Par Jab Jab |
Bhayi Sahay Matu Tum Tab Tab ||

Amarpuri Aru Baasav Lokaa |
Tab Mahima Sab Rahe Ashoka ||

Jwala Mein Hai Jyoti Tumhari |
Tumhein Sada Poojey Nar Nari ||

Prem Bhakti Se Jo Yash Gaave |
Dukh Daaridra Nikat Nahin Aave ||

Dhyaave Tumhein Jo Nar Man Layi |
Janma Maran Tako Chhouti Jaayi ||

Jogi Sur Muni Kahat Pukaari |
Yog Na Hoye Bina Shakti Tumhari ||

Shankar Aacharaj Tap Ati Keenho |
Kaam Aru Krodh Jeeti Sab Leenho ||

Nishidin Dhayn Dharo Shankar Ko |
Kahu Kaal Nahin Sumiron Tumko ||

Shakti Roop Ka Maram Na Payo |
Shakti Gayi Tab Man Pachitayo ||

Sharnagat Huyi Kirti Bakhani |
Jai Jai Jai Jagdamb Bhavani ||

Bhayi Prasann Aadi Jagadamba |
Dayi Shakti Nahin Keen Vilamba ||

Mauko Maatu Kashta Ati Ghero |
Tum Bin Kaun Harey Dukh Mero ||

Asha Trishna Nipat Satavein |
Moh Madadik Sab Binshaave ||

Shatru Nash Kijey Maharani |
Sumiron Ikchit Tumhein Bhavani ||

Karo Kripa Hey Maatu Dayala |
Riddhi Siddhi Dey Karahou Nihaala ||

Jab Lagi Jiyoun Daya Phal Paoun |
Tumhro Yash Mein Sada Sunaoun ||

Shree Durga Chalisa Jo Koi Gaave |
Sab Sukh Bhog Parampad Pave ||

Devidas Sharan Nij Jaani |
Kahun Kripa Jagadamb Bhavani ||

|| Doha ||

Sharanaagat Raksha Kare,
Bhakt Rahe Nishank ।
Main Aaya Teri Sharan Me,
Maatu Lijiye Ank ॥

99Pandit

100% FREE CALL TO DECIDE DATE(MUHURAT)

99Pandit
Enquire Now
..
Filter