लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा हिंदी भजन लिरिक्स
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दधिमथी माता जी को दधिचक ब्राह्मणों की कुलदेवी के रूप में जाना जाता है| दधिमथी माता जी की आरती (Dadhimati Mata Aarti) का जाप करने से दधिमथी माता अपने भक्तों से बहुत ही प्रसन्न होती है तथा उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान करती है|
दधिमथी माता का मंदिर नागौर जिले की जायल नामक तहसील में जिला मुख्यालय से करीब 40 कि.मी दूर उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित है| अनेक समाजों में श्री दधिमथी माता को कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है|
जिस स्थान पर दधिमथी माता का मंदिर स्थित है, उस स्थान को माता जी के ही नाम से दधिमथ भी कहा जाता है| दधिमथी माता जी की आरती (Dadhimati Mata Aarti) का जाप करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते है तथा उनके जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है| तो आइये जानते है इस आरती के बारे में|
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|| दधिमथी माता जी की आरती ||
ॐ जय दधिमथी माता, ए मैया जय दधिमथी माता।
सुख करणी दुख हरणी, ईश्वरी अन्नदाता।। ॐ जय
आदि शक्ति महारानी, त्रिभुवन जय गाता।
प्रणत पाल जय करणी, सुर नर मुनि ध्याता।। ॐ जय
विष्णु पति तिहारो, शांति है माता।
पिता अथर्वा ऋषि, दधीचि मुनि भ्राता।। ॐ जय
सार चुरा विकटासुर, दधि बिच खो जाता।
दधिमथी विकट विडार्यो, कर जग सुख साता।। ॐ जय
प्रकट भई भू लोक में, मांगलोद माता।
अटल ज्योति जगती है, दर्शन मन भाता।। ॐ जय
शीश छत्र सोना का, बसन सुरख राता।
रूप अनूप देखकर, रति पति सकुचाता।। ॐ जय
देश देश के यात्री, दर्शन हित आता।
देख छवि माता की, चित्त है सुख पाता।। ॐ जय
हुए निरजंन विधि से, वेद स्तुति गाता।
चूरमा भोग लगत है, आचमन करवाता।। ॐ जय
चैत आसोज में मेला, यात्री बहुत आता।
महिमा बरनी न जावे, पार नहीं पाता।। ॐ जय
श्री दधिमथी मां की आरती, जो कोई नर गाता।
कहे गणेश कर जोड़े, भक्तिमुक्तिपाता।। ॐ जय
|| Dadhimati Mata Aarti ||
Om Jay Dadhimathi Mata, Hey Maiya Jay Dadhimathi Mata।
Sukh Karani Dukh Harani, Ishwari Annadata।। Om Jay
Adi Shakti Maharani, Tribhuvan Jay Gaata।
Pranat Paal Jay Karani, Sur Nar Muni Dhyaata।। Om Jay
Vishnu Pati Tiharo, Shaanti Hai Mata।
Pita Atharva Rishi, Dadhichi Muni Bhrata।। Om Jay
Saar Chura Vikatasur, Dadhi Bich Kho Jaata।
Dadhimathi Vikat Vidaaryo, Kar Jag Sukh Saata।। Om Jay
Prakat Bhai Bhu Lok Mein, Mangalod Mata।
Atal Jyoti Jagati Hai, Darshan Man Bhaata।। Om Jay
Sheesh Chatra Sona Ka, Basan Surakh Raata।
Roop Anoop Dekhkar, Rati Pati Sakuchata।। Om Jay
Desh Desh Ke Yatri, Darshan Hit Aata।
Dekh Chhavi Mata Ki, Chitt Hai Sukh Paata।। Om Jay
Huye Nirjan Vidhi Se, Ved Stuti Gaata।
Churma Bhog Lagat Hai, Aachaman Karvata।। Om Jay
Chait Aaso Mein Mela, Yatri Bahut Aata।
Mahima Barni Na Jaave, Paar Nahin Paata।। Om Jay
Shri Dadhimathi Maan Ki Aarti, Jo Koi Nar Gaata।
Kahe Naath Kar Jode, Bhakti Mukti Paata।। Om Jay
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