Verified Pandit at Your Doorstep for 99Pandit PujaMarriage Puja Book Now

Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Bhajan Lyrics: सजा दो घर को गुलशन सा भजन

Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Bhajan Lyrics: सजा दो घर को गुलशन सा भजन

99Pandit Ji
Last Updated:September 26, 2024

Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics: यह भजन – सजा दो घर को गुलशन सा बहुत मधुर तथा भक्तों का प्रिय भजन माना जाता है| यह भजन भगवान श्री राम को समर्पित है तथा इसे श्री राम की स्तुति करने के लिए गाया जाता है|

आपको बता दे कि इस भजन – सजा दो घर को गुलशन सा (Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics), का अधिकतर गान धार्मिक समारोह में किया जाता है| तो आइये जानते है इस भजन की महिमा तथा गान करते है इस सजा दो घर को गुलशन सा भजन का|

सजा दो घर को गुलशन सा भजन

इसी के साथ यदि आप हनुमान चालीसा [Hanuman Chalisa], खाटू श्याम जी की आरती [Khatu Shyam Aarti Lyrics], या बजरंग बाण [Bajrang Baan Lyrics] आदि भिन्न-भिन्न प्रकार की आरतियाँ, चालीसा व व्रत कथा पढना चाहते है तो आप हमारी वेबसाइट 99Pandit पर विजिट कर सकते है|

इसके अलावा आप हमारे एप 99Pandit For Users पर भी आरतियाँ व अन्य कथाओं को पढ़ सकते है| इस एप में भगवद गीता के सभी अध्यायों को हिंदी अर्थ समझाया गया है|

Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics in Hindi: सजा दो घर को गुलशन सा भजन हिंदी में

सजा दो घर को गुलशन सा ।
मेरे सरकार आये हैं ।

मेरे सरकार आये हैं ।
मेरे सरकार आये हैं ।

लगे कुटिया भी दुल्हन सी ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

सजा दो घर को गुलशन सा ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

पखारो इनके चरणों को ।
बहाकर प्रेम की गंगा ।।

बिछा दो अपनी पलकों को ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

सजा दो घर को गुलशन सा ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

उमड़ आई मेरी आँखे ।
देखकर अपने बाबा को ।।

हुई रोशन मेरी गलिया ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

सजा दो घर को गुलशन सा ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

तुम आकर फिर नहीं जाना ।
मेरी इस सुनी दुनिया से ।।

कहूँ हर दम यही सबसे ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

सजा दो घर को गुलशन सा ।
मेरे सरकार आये हैं ।।

सजा दो घर को गुलशन सा भजन

सजा दो घर को गुलशन सा – Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics in English

Saja do ghar ko gulshan sa,
Mere sarkar aaye hain.

Mere sarkar aaye hain,
Mere sarkar aaye hain.

Lage kutiya bhi dulhan si,
Mere sarkar aaye hain.

Saja do ghar ko gulshan sa,
Mere sarkar aaye hain.

Pakhaaro inke charnon ko,
Bahaakar prem ki Ganga.

Bicha do apni palkon ko,
Mere sarkar aaye hain.

Saja do ghar ko gulshan sa,
Mere sarkar aaye hain.

Umar aayi meri aankhein,
Dekhkar apne Baba ko.

Hui roshan meri galiyan,
Mere sarkar aaye hain.

Saja do ghar ko gulshan sa,
Mere sarkar aaye hain.

Tum aakar phir nahi jaana,
Meri is sooni duniya se.

Kahoon har dum yahi sabse,
Mere sarkar aaye hain.

Saja do ghar ko gulshan sa,
Mere sarkar aaye hain.

99Pandit

100% FREE CALL TO DECIDE DATE(MUHURAT)

99Pandit
Book A Astrologer