Mantra For Yoga in Sanskrit: योग के लिए संस्कृत मंत्र हिंदी अर्थ सहित

Mantra For Yoga in Sanskrit: मनुष्य के जीवन के लिए योग बहुत ही ज्यादा आवश्यक है| वर्तमान के इस तनाव पूर्ण जीवन में योग मनुष्य के मस्तिष्क को स्थिर करता है| योग के लिए संस्कृत मंत्रों का बहुत ही बड़ा महत्व है| योग के लिए संस्कृत मंत्र (Mantra For Yoga) वैदिक काल से ही चले आ रहे है|

जब हम इन मंत्रों का जाप करते है तो मंत्र हमारे द्वारा की गई सभी गतिविधियों के लिए हमारे आस-पास एक अनुकूल एवं सकारात्मक वातावरण बना देते है| योग के मंत्र भाषा एवं ध्वनि के द्वारा हमे आशीर्वाद प्रदान करते है|

योग के लिए संस्कृत मंत्र एक ऐसे शब्दों का समूह है जो जिनमे हमारे मन तथा शरीर को बदलने की शक्ति होती है| प्रत्येक मंत्र शरीर के किसी न किसी अंग को निश्चित रूप से प्रभावित करता है| योग के समय मंत्र (Mantra For Yoga) का जाप करना आपके योग के अभ्यास को एक अलग स्तर पर ले जाने में सहायक होता है| तो आइये जानते है ऐसे ही कुछ योग के लिए संस्कृत मंत्रों के बारे में|

Mantra for Yoga

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योग मंत्र संस्कृत में – Mantra for Yoga with Meaning

1. Patanjali Yoga Mantra – पतंजलि योग मंत्र

Mantra for Yoga

योगेन चित्तस्य पदेन वाचां।
मलं शरीरस्य च वैद्यकेन॥
योऽपाकरोत्तं प्रवरं मुनीनां।
पतञ्जलिं प्राञ्जलिरानतोऽस्मि॥
आबहु पुरुषाकारं।
शङ्खचक्रासि धारिणं॥
सहस्र शीरसं श्वेतं।
प्रनमामि पतञ्जलिम्॥

हिंदी अर्थ – मैं महर्षि पतंजलि को नमन करता हूँ कि उन्होंने हम शब्द, मन तथा वाणी को शुद्ध करने के लिए योग प्रदान किया| हमारे शरीर की अशुद्धियों को दूर करने से महर्षि पतंजलि ने हमे औषधियाँ प्रदान की है| मुझे उनके समीप जाने की अनुमति प्रदान करे, जिसने हमे यह सब चीज़े दी है| मैं ऋषि पतंजलि के समक्ष अपना शीश झुकता हूँ, जिनके ऊपरी शरीर में मानवरूप है| जिनकी भुजाओं में एक शंख, तलवार एवं चक्र है| जो कि चमकदार सफ़ेद कोबरा से सुसज्जित है, जिसके हज़ार सिर है| आदिशेष के अवतार को मेरा प्रणाम|


2. Ashtanga Vinyasa Opening Yoga Mantra – अष्टांग विन्यास उद्घाटन योग मंत्र

Mantra for Yoga


वन्दे गुरूणां चरणारविन्दे संदर्शितस्वात्मसुखावबोधे ।
निःश्रेयसे जाङ्गलिकायमाने संसारहालाहलमोहशान्त्यै ॥
आबाहुपुरुषाकारं शङ्खचक्रासिधारिणम् ।
सहस्रशिरसं श्वेतं प्रणमामि पतञ्जलिम् ॥

हिंदी अर्थ – मैं अपने गुरु के चरणों के चरणों को प्रणाम करता हूँ| स्वयं के होने वाले सुख का प्रकटीकरण तथा जागरण हमारे गुरुजन तथा हमारे आत्मज्ञान से प्रकट होता है| वह अभ्यास जो हमे जंगले के चिकित्सक की भांति बेहतर से बेहतर ठीक कर सकता है| वह अभ्यास जो कि संसार की जहरीली जड़ी – बूटी के कारण होने वाले भ्रम को समाप्त करता है| मैं पतंजलि ऋषि को प्रणाम करता हूँ, जिनका ऊपरी शरीर एक मानव समान है| जिनकी भुजाओं में एक शंख, तलवार एवं चक्र है| जिनके पास हजारों सफ़ेद चमकदार सिर है, हे पतंजलि ऋषि आपको मेरा प्रणाम|


3. Ganesh Mantra for Yoga – योग के लिए गणेश मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ गं गणपतये नमः
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

हिंदी अर्थ – सर्वोपरी भगवान श्री गणेश जी को प्रणाम| आपकी घुमावदार सूंड तथा विशाल शरीर लाखों सूर्यों की भांति चमकते है| और सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाते है| हे देवो के देव श्री गणेश जी, कृपया मेरी सभी गतिविधियों और प्रयासों में समस्त बाधाओं को हमेशा के लिए दूर करें|


4. Ashtanga Vinyasa Closing Yoga Mantra – अष्टांग विन्यासा क्लोजिंग योग मंत्र

Mantra for Yoga


स्वस्तिप्रजाभ्यः परिपालयन्तां न्यायेन मार्गेण महीं महीशाः।
गोब्राह्मणेभ्यः शुभमस्तु नित्यं लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ।

हिंदी अर्थ – सम्पूर्ण विश्व में सबही मनुष्य स्वस्थ तथा सुखी रहे| नेता सद्गुण के मार्ग पर चलकर पृथ्वी की रक्षा करे| पृथ्वी को अच्छा मानने वाले सभी लोगों को कल्याण हो| पूरी दुनिया तथा ब्रह्मांड सुखी व शांतिपूर्ण रहे|


5. Gayatri Mantra for Yoga – गायत्री मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ भूर्भुव: स्व:
तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो न: प्रचोदयात्।

हिंदी अर्थ – मैं उन सूर्य देवता का ध्यान करता हूँ, जिनके द्वारा तीनों लोक प्रकाशित होते है – पृथ्वी, स्वर्ग और अन्तरिक्ष | जो दिव्य शक्तियों में सबसे अधिक तेजस्वी तथा पूजनीय है| वह सूर्य देव हमारी बुद्धि को प्रकाशित करे|


6. Durga Mantra for Yoga – योग के लिए दुर्गा मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ दम दुर्गायै नमः

हिंदी अर्थ – मैं दिव्य माँ दुर्गा को नमन करता हूँ जो हमारी रक्षा करती है तथा हमारे ऊपर अपना आशीर्वाद बनाए रखती है|


7. Mahamrityunjaya Mantra (Rudra Mantra) – महामृत्युंजय मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||

हिंदी अर्थ – हम तीन नेत्रों वाले भगवान शिव की पूजा करते है| जिनकी सुगंध बहुत ही मधुर है तथा सभी प्राणियों का पोषण करते है| जिस प्रकार खीरा अपनी लता से अलग होता है, उसी भांति हम भी मृत्यु से मुक्त हो जाएं|


8. Guru Yoga Mantra – गुरु योग मंत्र

Mantra for Yoga

गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु,
गुरु देवो महेश्वर, गुरु साक्षात, प
रम ब्रह्म, तस्मै श्री गुरवे नमः।

हिंदी अर्थ – मैं देवताओं में त्रिमूर्ति ब्रह्मा, विष्णु और महेश का आवाहन करता हूँ एवं उन्हें अपना शिक्षक मानता हूँ| मैं अपने शिक्षक को सर्वोच्च सिद्धांतो के अवतार के रूप में स्वीकार करता हूँ| मैं उन गुरुओं की पूजा करता हूँ व उन्हें प्रणाम करता हूँ|


9. Shivoham Shivoham

Mantra for Yoga in Sanskrit

शिवोहम: शिवोहम:

हिंदी अर्थ – शिवोहमः दो शब्दों से मिलकर बना है| जिसमे शिवः का अर्थ है शिव तथा अहम् का अर्थ है – मैं हूँ | इसलिए शिवोहमः का अर्थ होगा – मैं शिव हूँ या मैं शाश्वत हूँ|


10. Adi Mantra (Kundalini Yoga) – आदि मंत्र (कुंडलिनी योग)

Mantra for Yoga in Sanskrit

ओंग नमो गुरु देव नमो:

हिंदी अर्थ – मैं सृजनात्मक बुद्धि को प्रणाम करता हूँ| मैं अपने भीतर के दिव्य शिक्षक को नमन करता हूँ|


11. Shanti Mantra – शांति मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ सर्वेषां स्वस्तिर्भवतु ।
सर्वेषां शान्तिर्भवतु ।
सर्वेषां पूर्णंभवतु ।
सर्वेषां मङ्गलंभवतु ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – सभी का कल्याण हो, सब में पूर्णता हो, सब में पूर्णता हो, सब शुभ अनुभव करे| ओम शांति, शांति, शांति!


12. Shanti Mantra 2 – शांति मंत्र 2

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्णमुदच्यते ।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – वह अनंत है एवं यह ब्रह्मांड अनंत है| अनंत अनंत से ही निकलता है| अनंत की अनंतता को लेकर, वह केवल अनंत ही रह जाता है| ॐ शांति, शांति, शांति!


13. Shanti Mantra 3 – शांति मंत्र 3

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ सह नाववतु ।
सह नौ भुनक्तु ।
सह वीर्यं करवावहै ।
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – भगवान हमारी रक्षा करे| भगवान हम दोनों का पालन पोषण करे| हम दोनों मिलकर बड़ी ऊर्जा के साथ अपना कार्य करे| हम एक दुसरे से विवाद न करे| मुझे शांति हो, मेरे वातावरण में शांति हो, मुझ पर काम करने वाली शक्तियों में शांति हो|


14. Shanti Mantra 4 – शांति मंत्र 4

Mantra for Yoga

ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः,
पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः ।
वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः,
सर्वं शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – शांति समौर्ण आकाश एवं साथ ही प्रत्येक जगह विशाल आकाशीय अंतरिक्ष में फ़ैल जाए| इस सम्पूर्ण धरती, पानी में एवं सभी जड़ी – बूटियों, पेड़ और लताओं में शांति व्याप्त हो| पूरे ब्रह्मांड में शांति बहे| शांति सर्वोच्च सत्ता ब्रह्म में हो| सभी में शांति और केवल शांति हो|


15. Shanti Mantra 5 – शांति मंत्र 5

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ असतो मा सद्गमय ।
तमसो मा ज्योतिर्गमय ।
मृत्योर्मा अमृतं गमय ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – हमे असत्य से सत्य की ओर ले चलो| हमे अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो| हमे मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो| ओम शांति, शांति, शांति!


16. Shanti Mantra 6 – शांति मंत्र 6

Mantra for Yoga

ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः
सर्वे सन्तु निरामयाः ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु
मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत् ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

हिंदी अर्थ – सभी लोग सुखी तथा आनंदित रहे| सभी लोग बीमारियों से मुक्त रहे| सब लोगों को अन्दर एवं बाहर केवल अच्छाई ही दिखे| कोई भी व्यक्ति को दुखों का सामना नही करना पड़े| ओम शांति, शांति, शांति|


17. Mantra For Yoga – योग के लिए मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ श्रद्धायै नमः।

हिंदी अर्थ – मैं पूर्ण श्रद्धा के साथ भगवान को प्रणाम करता हूँ एवं देवी के चरणों में अपना आत्मसमर्पण करता हूँ|


18. Laxmi Mantra – लक्ष्मी मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ श्रीं महा लक्ष्मीयै नमः

हिंदी अर्थ – श्री शक्ति, महान देवी महालक्ष्मी को मेरा नमन|


19. Dhanvantari Gayatri Mantra – धन्वन्तरी गायत्री मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे अमृता
कलशा हस्थाय धीमहि
तन्नो धन्वन्तरि प्रचोदयात ।।

हिंदी अर्थ – मैं उन परम पुरुष की पूजा करता हूँ, जो कि अमृत से भरा कलश धारण करते है| जब मैं उनका ध्यान करता हूँ तो वह मेरी बुद्धि को ज्ञान से आलोकित करके मुझ पर कृपा करे|


20. Dhanvantari Mantra – धन्वन्तरी मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

ओं नमो भगवते वासुदेवाय
धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय
सर्वामयविनाशनाय त्रैलोक्यनाथाय
धन्वन्तरी श्रीमहाविष्णवे नमः।

हिंदी अर्थ – भगवान धन्वंतरी को मेरी ओर से प्रणाम, जो कि भगवान विष्णु के अवतार है एवं जिन्हें वासुदेव धन्वंतरी के नाम से भी जाना जाता है| वे अपने हाथों में कलश धारण करते है जो कि अमृत से भरा हुआ है| हे भगवान, आप सभी मनुष्यों के मन से भय तथा रोगों को दूर करते है| आप सभी प्राणियों के शुभचिंतक तथा तीनों लोकों के रक्षक है| हे प्रभु! आप भगवान विष्णु के स्वरुप तथा आयुर्वेद के देवता है| सभी जीवों के आप ही परम उपचारक है|


21. Prayer for Yog – योग के लिए प्रार्थना

Mantra for Yoga in Sanskrit

आप सद्भाव में आगे बढे,
आप एक ही स्वर में बोले,
आपका मन प्रारंभ की भांति समभाव रहे,
आपके सभी पवित्र प्रयासों में दिव्यता प्रकट हो,
आपके सभी पवित्र प्रयासों में दिव्यता प्रकट हो,
आपके सभी पवित्र प्रयासों में दिव्यता प्रकट हो|


22. Anusara Invocation Yog Mantra – अनुसार मंगलाचरण योग मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ नमः शिवाय गुरवे
सच्चिदानन्द मूर्तये ।
निष्प्रपञ्चाय शान्ताय
निरालम्बाय तेजसे ॥

हिंदी अर्थ – ओम गुरु को मेरा प्रणाम, जो कि भगवान शिव है| जिन्होंने तीन तत्वों का रूप धारण किया है| जो कि वास्तविक चेतना एवं आनंद है| जो वर्तमान, शांत तथा सर्वव्यापी है, जो कि सीमाओं से परे एवं गहरी शांति के साथ सभी के भीतर प्रवेश करते है| जिन्हें किसी सहारे की आवश्यकता नही है अर्थात जो सभी सहारे से मुक्त है| स्वतंत्र एवं चेतना के चमकदार प्रकाश के द्वारा सभी को प्रकाशित करते है|


23. Universal Prayer – सार्वभौमिक प्रार्थना

Mantra for Yoga in Sanskrit


सभी सुखी रहे,
सभी रोगों से मुक्त हो,
सभी शुभ देखे,
किसी को कोई कष्ट न हो|


24. Sankalpa – संकल्प

Mantra for Yoga

मैं स्वयं को एक शांतिपूर्ण, आनंदित, प्रेमपूर्ण तथा स्वस्थ मनुष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूँ|
अपने द्वारा किये गए प्रत्येक कार्य के माध्यम से,
मैं अपने आस – पास एक शांतिपूर्ण, प्रेमपूर्वक वातावरण बनाने का प्रयास करूँगा|
मैं जो अभी हूँ, उसकी सीमाओं को तोड़ने का प्रयास करता हूँ
एवं सम्पूर्ण दुनिया को अपना मानता हूँ|
मैं अपने जीवन की प्रत्येक दुसरे जीवन के साथ रिश्तेदारी को पहचानता हूँ|
मैं सभी की एकता को पहचानता हूँ|


25. Karagre Vasate Lakshmi Mantra: कराग्रे वस्ते लक्ष्मी मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्

हिंदी अर्थ – हथेली के शीर्ष भाग पर माता लक्ष्मी निवास करती है जो कि धन एवं समृद्धि प्रधान करने वाली है| हथेली के मध्य भाग में ज्ञान एवं आत्मज्ञान प्रदान करने वाली देवी सरस्वती का निवास होता है| शक्ति प्रदान करने वाली माँ गौरी हथेली के आधार भाग पर स्थित होती है| इसलिए सुबह के समय हथेली को देखना शुभ माना जाता है|


26. Meditation Mantra – योग मंत्र

Mantra for Yoga

लोकाः समस्ता सुखिनो भवन्तु
ॐ शांति शांति शांति|

हिंदी अर्थ – ब्रह्मांड के सभी प्राणी सुखी एवं शांतिपूर्ण रहे|
शांति, शांति, शांति


27. Shivay Mantra – शिवाय मंत्र

Mantra for Yoga in Sanskrit

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय

हिंदी अर्थ – मैं परम मंगलमय भगवान शंकर को नमस्कार करता हूँ|


28. Kubera Mantra – कुबेर मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

हिंदी अर्थ – मैं भगवान कुबेर जी को प्रणाम करता हूँ जो कि ब्रह्मांड में समस्त धन के संरक्षक या कोषाध्यक्ष है| समस्त सफलता के स्वामी भी आप ही है|


29. Surya Namaskar Invocation Yoga Mantra – सूर्य नमस्कार मंगलाचरण योग मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ हिरण्मयेन पात्रेण सत्यस्यापिहितं मुखम्‌।
तत् त्वं पूषन्नपावृणु सत्यधर्माय दृष्टये ॥

हिंदी अर्थ – हे सूर्य देवता, पात्रेण के आवरण की भांति, स्वर्णिम प्रकाश सत्य को ढकता है| हे पोषक! कृपया उस आवरण का द्वार खोलिए ताकी मुझे सत्य दिखाई दे| हे प्रभु! अपने भक्तों को वास्तविक वास्तविकता दिखाइये|


30. Surya Gayatri Yog Mantra – सूर्य गायत्री योग मंत्र

Mantra for Yoga

ॐ अश्वध्वजय विद्महे
पासहस्थाय धीमहि
तन्नो सूर्यः प्रचोदयात ||

हिंदी अर्थ – मुझे उस भगवान की प्रार्थना एवं ध्यान करने दो, जिनके पास घोड़े के ध्वजा है| भगवान अपने हाथों में रस्सी लेकर मेरे मन को उज्जवल करे तथा सूर्य भगवान मेरी बुद्धि को प्रकाशित करें|

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.योग का नारा क्या है?

A. अपनी आंतरिक शक्ति को उजागर करें।

Q.योग में मंत्र का क्या महत्व है?

A.योग के लिए संस्कृत मंत्र एक ऐसे शब्दों का समूह है जो जिनमे हमारे मन तथा शरीर को बदलने की शक्ति होती है।

Q.योग करने से क्या क्या लाभ होता है?

A.योग से शक्ति, संतुलन और लचीलेपन में सुधार होता है। धीमी गति और गहरी सांस लेने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशियां गर्म होती हैं।

Q.योग प्रतिदिन कितने समय तक करना चाहिए?

A.योग विशेषज्ञों के मुताबिक, रोजाना 30 मिनट का योगाभ्यास शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आदर्श माना जाता है।

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit: भगवद गीता श्लोक हिंदी अर्थ सहित

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit: भगवद गीता के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण ने सभी लोगों को सही तथा गलत के बारे में बताया है| महाभारत के युद्ध में जब अर्जुन अपने चचेरे भाइयों (कौरवों) से युद्ध करने से पीछे हट रहे थे, उस समय भगवान श्री कृष्ण ने भगवद गीता के उपदेशों के द्वारा ही अर्जुन को सही मार्ग दिखाया था|

इस भगवद गीता (Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit) में लिखा प्रत्येक श्लोक स्वयं श्री वासुदेव कृष्ण के द्वारा कहा गया है| इस पवित्र ग्रन्थ की महर्षि वेदव्यास जी के द्वारा की गई थी|

इस सम्पूर्ण भगवद गीता में कुल 18 अध्याय तथा 700 श्लोक है| यदि आप सम्पूर्ण भगवद गीता हिंदी तथा इंग्लिश अनुवाद के साथ पढना चाहते है तो वह आप हमारी वेबसाइट 99Pandit तथा मोबाइल एप्लीकेशन 99Pandit for Users की सहायता से पढ़ सकते है|

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

भगवद गीता (Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit) में कई श्लोक ऐसे भी है जिन्हें पढने मात्र से ही लोगों की समस्याओं का समाधान मिल जाता है| आज इस लेख के माध्यम से हम आपको भगवद गीता के कुछ महत्वपूर्ण श्लोक के बारे में बताएँगे|

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Bhagavad Gita Quotes with Hindi Meaning – भगवद गीता के महत्वपूर्ण श्लोक

1. Bhagavad Gita Quotes-

Bhagavad Gita Quotes

योगस्थः कुरु कर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय

हिंदी अर्थ – हे पार्थ ! तुम योग में स्थिर रहो| तुम केवल अपना कर्तव्य करते रहो एवं सफलता या असफलता जैसे सभी भावों को त्याग दो| मन की इसी समता को योग कहा जाता है|

English Meaning – Hey Parth! You remain steady in yoga. You just keep doing your duty and give up all feelings like success or failure. This equality of mind is called yoga.


2. Bhagavad Gita Shlok in Sanskrit –

Bhagavad Gita Shlok in Sanskrit

मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु ।
मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे ॥

हिंदी अर्थ – हमेशा मेरे बारे में विचार करो व मेरे भक्त बनो| मेरी पूजा करो व मुझे प्रणाम करो| इस प्रकार तुम निश्चित रूप से मेरे समीप आ सकते हो| तुम मेरे सबसे प्रिय मित्र हो इसलिए मैं तुमसे यह वादा करता हूँ|

English Meaning – Always think about me and become my devotee. Worship me and salute me. In this way, you can definitely come closer to me. You are my dearest friend so I am making this promise to you.


3. भगवद गीता के श्लोक संस्कृत मे –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

तं विद्यादः दुःखसंयोगवियोगं योगसज्ञितम् ।
स निश्चयेन योक्तव्यो योगोऽनिर्विण्णचेतसा ॥

हिंदी अर्थ – यह बात ज्ञात रहे कि दुःख-संयोग से विच्छेद ही योग है| इस योग का अभ्यास पूर्ण दृढ़ निश्चय एवं निश्चल मन से ही करना चाहिए|

English Meaning – Let it be known that separation from sorrow and chance is yoga. This yoga should be practised with full determination and a calm mind.


4. Bhagavad Gita Quotes with Hindi Meaning –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

वेदविनाशिनां नित्यं या एनामजमव्ययम्
कथं स पुरुषः पार्थ कं घटयति हन्ति कम

हिंदी अर्थ – हे अर्जुन ! जो व्यक्ति इस बात को जानता है कि आत्मा अविनाशी, अपरिवर्तनीय एवं अजन्मा है| वह किसी को कैसे मार सकता है या कैसे मरवा सकता है|

English Meaning – Hey Arjun! The person who knows that the soul is indestructible, immutable and unborn. How can he kill or get someone killed?


5. Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit –

Bhagavad Gita Quotes

न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते |
तत्स्वयं योगसंसिद्ध: कालेनात्मनि विन्दति ||

हिंदी अर्थ – इस सम्पूर्ण संसार में ज्ञान की भांति पवित्र करने वाली अन्य कोई वस्तु नहीं है| जिसने योग में पूर्णता प्राप्त कर ली है| वह समय से साथ ही इसे अपने भीतर पा लेता है|

English Meaning – There is no other thing in this entire world that purifies like knowledge. One who has attained perfection in Yoga. He finds it within himself in time.


6. भगवद गीता संस्कृत श्लोक –

Bhagavad Gita Quotes

मात्रास्पर्शास्तु कौन्तेय शीतोष्णसुखदुःखदाः।
आगमापायिनोऽनित्यास्तांस्तितिक्षस्व भारत॥

हिंदी अर्थ – हे कुंती पुत्र अर्जुन ! सुख और दुःख का अस्थायी रूप से प्रकट होना और समय आने पर उनका चले जाना, सर्दी और गर्मी की ऋतुओं के प्रकट होने एवं उनके चले जाने के ही समान है| हे अर्जुन ! वे इन्द्रिय बोध से उत्पन्न होते है और लोगों को इनसे परेशान न होकर इन्हें सहन करना सीखना चाहिए|

English Meaning – Oh Arjun, son of Kunti! The temporary appearance of happiness and sorrow and their disappearance, when the time comes, is similar to the appearance and disappearance of winter and summer seasons. Hey Arjun! They arise from sense perception and people should learn to tolerate them rather than being troubled by them.


7. Bhagavad Gita Quotes –

Bhagavad Gita Shlok in Sanskrit

ज्ञानेन तु तदज्ञानं येषां नाशितामात्मनः
तेषामादित्यवज्ज्ञानं प्रकाशयति तत्परम्

हिंदी अर्थ – जिनका अज्ञान अपने ही ज्ञान से नष्ट हो जाता है| सूर्य की भांति, उन्हें ज्ञान सर्वोच्च को प्रकट करता है|

English Meaning – Whose ignorance is destroyed by his knowledge? Like the Sun, knowledge reveals the Supreme to them.


8. Bhagwad Gita Shlok with Hindi Meaning –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः
तत्र श्रीविजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्ममा

हिंदी अर्थ – जहाँ पर भी सभी रहस्यों के गुरु वासुदेव कृष्ण है और जहाँ भी सबसे उच्च धनुर्धर अर्जुन है| वहां पर निश्चित रूप से विजय, ऐश्वर्य तथा आसाधारण शक्ति भी होगी| यह मेरी राय है|

English Meaning – Wherever Vasudeva Krishna is the guruji of all secrets and wherever Arjuna is the supreme archer. There will certainly be victory, luxury and extraordinary power. This is my opinion.


9. Bhagwad Gita Shlok on Karma –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

कर्मण्येव अधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि

हिंदी अर्थ – आपको स्वयं का कर्तव्य निभाने का अधिकार है| किन्तु आप उस कर्म से फल के हकदार नहीं है| कभी भी स्वयं को अपनी गतिविधियों का कारण न समझे तथा अपने कर्मों को ना करने में कदापि आसक्त ना हो|

English Meaning – You have the right to perform your duty. But you are not entitled to the fruits of that action. Never consider yourself the cause of your actions and never become attached to not doing your actions.


10. Bhagavad Gita Shlok in Sanskrit –

Bhagavad Gita Shlok in Sanskrit

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ – इस श्लोक में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते है कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि तथा अधर्म की वृद्धि होगी| तब-तब मैं धर्म की वृद्धि के लिए अवतार लूँगा| भक्तों का उद्धार करने, अधर्मियों का नाश करने तथा धर्म की स्थापना हेतु में सदा प्रकट होता रहूँगा|

English Meaning – In this verse, Lord Shri Krishna tells Arjun that whenever there will be a loss of righteousness and an increase of unrighteousness on earth. Now and then I will incarnate for the growth of religion. I will always appear for the salvation of devotees, the destruction of unrighteous people and the establishment of religion.


11. कर्म पर भगवद गीता श्लोक संस्कृत में –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते ।
सङ्गात्संजायते कामः कामात्क्रोधोऽभिजायते

हिंदी अर्थ – भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते है कि किसी भी विषय के बारे सोचते रहने से मनुष्य की उनमे आसक्ति उत्पन्न हो जाती है| इससे मनुष्य में काम अर्थात इच्छाएँ पैदा होती है और काम से ही क्रोध की उत्पति होती है|

English Meaning – Lord Shri Krishna tells Arjun that by thinking about any subject a person develops an attachment to it. Due to this, lust i.e. desires arises in humans and it is from lust that anger arises.


12. Bhagawad Gita Quotes on Karma –

Bhagavad Gita Quotes

क्रोधाद्भवति संमोह : संमोहात्स्मृतिविभ्रमः ।
स्मृतिभ्रंशानुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति

हिंदी अर्थ – भगवान श्री कृष्ण कहते है कि अत्यधिक क्रोध करने से मनुष्य में अहंकार उत्पन्न हो जाता है| अहंकार उत्पन्न होने के कारण मनुष्य की स्मरण शक्ति धीरे – धीरे कम होने लगती है तथा मनुष्य की बुद्धि नष्ट हो जाती है| बुद्धि के नष्ट हो जाने पर मनुष्य का अर्ध पतन हो जाता है|

English Meaning – Lord Shri Krishna says that excessive anger creates ego in a person. Due to the emergence of ego, man’s memory power gradually starts decreasing and man’s intelligence gets destroyed. When the intellect is destroyed, man becomes semi-degenerated.


13. Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज ।
अहं त्वां सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः ॥

हिंदी अर्थ – सभी प्रकार के धर्मों का त्याग करके मेरी शरण में आ जाओ| घबराओ नहीं ! मैं सभी प्रकार के पापों से तुम्हारा उद्धार करूँगा|

English Meaning – Abandon all types of religions and take refuge in me. do not sweat! I will save you from all kinds of sins.


14. जीवन पर भगवद गीता के उद्धरण –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

श्रद्धावान्ल्लभते ज्ञानं तत्पर : संयतेन्द्रियः ।
ज्ञानं लब्ध्वा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति

हिंदी अर्थ – जो भी श्रद्धा रखने वाले मनुष्य ज्ञान को प्राप्त करते है तथा अपनी समस्त इन्द्रियों पर नियंत्रण पा लेते है| केवल वही मनुष्य इस ज्ञान को प्राप्त करने का अधिकारी है| इस ज्ञान को प्राप्त करने के बाद वह अध्यात्मिक शांति को प्राप्त हो जाता है|

English Meaning – Whoever has faith attains knowledge and gets control over all his senses. Only human beings have the right to achieve this knowledge. After attaining this knowledge he attains spiritual peace.


15. Bhagawad Gita Quotes on Life –

Bhagavad Gita Quotes in Sanskrit

जन्म कर्म च मे दिव्यमेवं यो वेत्ति तत्त्वतः ।
त्यक्त्वा देहं पुनर्जन्म नैति मामेति सोऽर्जुन ॥

हिंदी अर्थ – इस संसार में जो भी मनुष्य मेरी दिव्य प्रकृति को जानता है| वह इस शरीर को त्यागने के पश्चात पुनः जन्म नहीं लेता है, अपितु वह मेरे धाम को प्राप्त होता है|

English Meaning – Every human being in this world knows my divine nature. He does not birth again after leaving this body, but he reaches my abode.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.भगवद गीता की रचना किसके द्वारा की गई है?

A.इस पवित्र ग्रन्थ की रचना महर्षि वेदव्यास के द्वारा की गई थी|

Q.इस भगवद गीता में कर्म के बारे में क्या कहा गया है?

A.आपको स्वयं का कर्तव्य निभाने का अधिकार है| किन्तु आप उस कर्म से फल के हकदार नहीं है| कभी भी स्वयं को अपनी गतिविधियों का कारण न समझे तथा अपने कर्मों को ना करने में कदापि आसक्त ना हो|

Q.गीता का उद्देश्य क्या है?

A.परमात्मा के ज्ञान, सृष्टि विधान के ज्ञान एवं आत्मा के ज्ञान को स्पष्ट करना ही गीता का मुख्य उद्देश्य है|

Q.भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश कब दिया था?

A.महाभारत के युद्ध में जब अर्जुन अपने चचेरे भाइयों से युद्ध करने से पीछे हट रहे थे, उस समय भगवान श्री कृष्ण ने भगवद गीता के उपदेशों के द्वारा ही अर्जुन को सही मार्ग दिखाया था|

Buddha Purnima Quotes in Hindi: बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत में

हिन्दू धर्म में वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है| इस त्यौहार को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है| पौराणिक शास्त्रों में बताया गया है कि गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के ही नौवे अवतार थे| आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश (Buddha Purnima Quotes) के बारे में बताएंगे जिसके द्वारा कई लोगों को आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई|

गौतम बुद्ध का जन्मदिन, जो बौद्ध धर्म का पालन करने वाले अधिकांश लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, दुनिया भर में बुद्ध पूर्णिमा 2024 के दौरान मनाया जाता है। नेपाल के लुंबिनी के लोग बुद्ध पूर्णिमा का दिन मनाते हैं|

लोग वैशाख महीने में उज्ज्वल पूर्णिमा के दिन बुद्ध पूर्णिमा मनाते हैं। बुद्ध पूर्णिमा पर, लोग दान, चिंतन और पूजा के लिए दिन समर्पित करते हैं। गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। वह एक आध्यात्मिक शिक्षक बने जिन्होंने बौद्ध धर्म की शिक्षा दी और बाद में इस संस्कृति की स्थापना की।

Buddha Purnima Quotes

गौतम बुद्ध की जन्म तिथि और मृत्यु तिथि अज्ञात थी। इस प्रकार, अधिकांश इतिहासकार गौतम बुद्ध के जीवनकाल को 563-483 ईसा पूर्व के बीच चिह्नित करते हैं। तो आइये जानते है बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश (Buddha Purnima Quotes)|

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बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश हिंदी में – Buddha Purnima Quotes in Hindi

1. Buddha Purnima Hindi Quotes –

Buddha Purnima Quotes

“शांति तथा अहिंसा के दूत
भगवान गौतम बुद्ध को शत-शत नमन
बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं|”


2. Hindi Buddha Purnima Quotes –

Buddha Purnima Quotes in Hindi

“सुख – शांति और समाधान
श्रद्धा एवं अहिंसा के दूत गौतम बुद्ध
को सादर प्रणाम
बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं|”


3. बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश –

Buddha Purnima Quotes

“बुद्धं शरणं गच्छामि।
धम्मं शरणं गच्छामि।
संघं शरणं गच्छामि।
बुद्धं शरणं गच्छामि।
बुद्ध पूर्णिमा की ढेर सारी शुभकामनाएं|”


4. Buddha Purnima Quotes –

Buddha Purnima Thoughts

“न हो क्लेश,
ना हो द्वेष
न हो जीवन में किसी भी प्रकार का शक
भगवान गौतम बुद्ध आपको आरम्भ से अंत तक
सुख, शांति तथा समृद्धि प्रदान करे|”


5. Buddha Purnima Thoughts in Hindi –

Buddha Purnima Quotes

“भगवान गौतम बुद्ध सभी लोगों को सच्चाई, शांति तथा प्रेम के
मार्ग पर अग्रसर करे|
बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं|”


बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश अंग्रेजी में – Buddha Purnima Thoughts in English

1. Buddha Purnima Wishes in English –

Buddha Purnima Quotes in English

“The one who has conquered himself is
a far greater hero than he
who has defeated a thousand
times a thousand men.”


2. English Buddha Purnima Wishes –

Buddha Purnima Thoughts in English

“Rule your mind otherwise
It will rule you.”


3. Buddha Purnima English Quotes –

Buddha Purnima Quotes

“Health is the greatest gift,
Contentment is the greatest wealth,
Faithfulness is the best relationship.”


4. बुद्ध पूर्णिमा उद्धरण अंग्रेजी में –

Buddha Purnima Quotes in English

“Every morning we are born again,
What we do today is what matters most.”


5. Buddha Purnima Thought –

Buddha Purnima Quotes

“May the year be full of love,
Light, peace and harmony!
Happy Buddha Purnima!”


Buddha Purnima Quotes in Sanskrit – संस्कृत में बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश

1. बुद्ध पूर्णिमा सन्देश संस्कृत में –

Buddha Purnima Quotes in Sanskrit

“आत्मदीपो भव।”

अर्थ – अपना दीपक स्वयं बनो|


2. Buddha Purnima Thought in Sanskrit –

Buddha Purnima Quotes

“समवाप्तमनः स्थितिश्च सद्यो विषयेच्छादिभिराधिभिश्च मुक्तः।”

अर्थ – मन की दृढ़ता को प्राप्त करने के पश्चात वह अपनी सभी भौतिक इच्छाओं से मुक्त हो गए|


3. Sanskrit Quote on Buddha Purnima –

Sanskrit Quotes on Buddha Purnima

“न चैष धर्मो वनए एव सिद्धः पुरेऽपि सिद्धिर्नियता यतीनां ।
बुद्धिश्च यत्नश्च निमित्तं अत्र वनं च लिङ्गं च हि भीरुचिह्नं ॥”

अर्थ – गौतम बुद्ध का कहना है कि उद्धार केवल वनों में ही नही होता,
एक शहर में भी तपस्वियों के मोक्ष को पूर्ण किया जा सकता है|
प्रयास एवं विचार ही इसका सही साधन है|
जंगल, उपाधि आदि केवल कायरता का चिन्ह है|


4. संस्कृत उद्धरण बुद्ध पूर्णिमा के लिए –

Buddha Purnima Quotes

“नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स ।”

अर्थ – उन भगवन सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार|


बुद्ध पूर्णिमा के दिन पूजा करने से होने वाले लाभ – Benefits of Buddha Purnima/ Buddha Jayanti

बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गौतम बुद्ध की पूजा करने से कई आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं तो आइए जानते हैं बुद्ध पूर्णिमा के लाभ:

यदि लोग अपने जीवन में समस्याओं से जूझ रहे हैं तो मंत्र उन्हें आंतरिक शांति और शांति पाने में मदद कर सकते हैं। प्रतिदिन जाप करके ग्रहों की चाल के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है| बुद्ध की रुचियों में ज्ञान, बुद्धिमत्ता और आत्मज्ञान शामिल है।

Buddha Purnima Quotes

फलस्वरूप, इस मंत्र का नियमित पाठ व्यक्ति की चेतना को बढ़ाने और उसकी बुद्धि को विकसित करने में मदद करता है। भगवान बुद्ध के नियमित उपासक अक्सर अपनी मौखिक और लिखित संचार क्षमताओं में सुधार देखते हैं।

वे अपने विचारों को अधिक स्पष्ट रूप से संप्रेषित कर सकते हैं। इसके अलावा, भगवान से प्रार्थना करने से शरीर और दिमाग पर शांत प्रभाव पड़ता है, आराम मिलता है और तनाव का स्तर भी कम होता है। इसके अतिरिक्त, यह एक केंद्रित और केंद्रित मानसिकता विकसित करने में सहायता कर सकता है|

निष्कर्ष

इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा का त्यौहार 23 मई 2024 को मनाया जाएगा| इस लेख के हमने आपको बुद्ध पूर्णिमा के सन्देश (Buddha Purnima Quotes) बताये है| इन सभी संदेशो का उपयोग आप बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोगों को शुभकामनाएं देने के लिए कर सकते है|

बुद्ध पूर्णिमा एक ऐसा महत्वपूर्ण बौद्ध उत्सव है जो गौतम बुद्ध के जीवन, ज्ञानोदय और निधन का सम्मान करता है। बड़ी बौद्ध आबादी वाले समुदाय इस दिन को अधिक भव्यता से मनाते हैं, परेड, जुलूस और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करते हैं।

आम तौर पर कहें तो, बुद्ध पूर्णिमा बुद्ध के अनुयायियों के लिए प्रार्थना करने, ध्यान करने और आशीर्वाद मांगने का समय है और साथ ही लोगों के इकट्ठा होने और बुद्ध की शिक्षाओं का स्मरण करने का भी सबसे अच्छा समय है।

इसी के साथ यदि आप शिव तांडव स्तोत्रम [Shiv Tandav Stotram], सरस्वती जी की आरती [Saraswati Aarti], या कनकधारा स्तोत्र [Kanakdhara Stotra] आदि भिन्न-भिन्न प्रकार की आरतियाँ, चालीसा व व्रत कथा पढना चाहते है तो आप हमारी वेबसाइट 99Pandit पर विजिट कर सकते है|

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