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विवाह पंचमी 2025

Vivah Panchami 2025: कब है विवाह पंचमी, जाने पूजा विधि तथा शुभ मुहूर्त

99Pandit Ji
Last Updated:March 23, 2025

Vivah Panchami 2025: हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के शुभ अवसर पर भगवान श्री राम तथा माता सीता का विवाह हुआ था| विवाह पंचमी 2025 का त्यौहार मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है|

इसी कारण से हिन्दू धर्म में हर साल मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को प्रभु श्री राम तथा माता सीता के विवाह की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है|

माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम के द्वारा जनकपुर राज्य में माता सीता के स्वयंवर पर भगवान शिव का धनुष तोड़ा था तथा माता सीता से विवाह किया था|

विवाह पंचमी 2025

विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के त्यौहार को अधिकतर अयोध्या तथा जनकपुर राज्यों में बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है| विवाह पंचमी 2025 भगवान श्री राम तथा देवी सीता की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाने वाला एक बहुत लोकप्रिय हिन्दू त्यौहार है|

विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के इस शुभ अवसर पर भक्तों के द्वारा मंदिरों तथा घरों में विवाह के मंगल गीत तथा भगवान श्री राम के भजनों का गायन बहुत ही उत्साह के साथ किया जाता है| विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के दिन वृन्दावन के निधिवन में स्थित श्री बांके बिहारी जी के प्राकट्य उत्सव के रूप में भी जाना जाता है|

इसी के साथ आपको बता दे कि 99Pandit की सहायता से आप अखंड रामायण पाठ (Akhand Ramayana Path), सुन्दरकाण्ड पाठ (Sunderkand Path) तथा पितृ पक्ष पूजा (Pitru Paksha Shradh) के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है|

विवाह पंचमी 2025 शुभ मुहूर्त तथा तिथि – Vivah Panchami 2025 Shubh Muhurat And Date

  • विवाह पंचमी 2025 का उत्सव – 25 नवंबर 2025, मंगलवार
  • पंचमी तिथि आरंभ – 24 नवंबर 2025, सोमवार; रात – 09:22 बजे
  • पंचमी तिथि समाप्त – 25 नवंबर 2025, मंगलवार; रात – 10:56 बजे

विवाह पंचमी 2025 का महत्वImportance Of Vivah Panchami 2025

पौराणिक कथाओं तथा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यह माना जाता है कि इस दिन महाराजा दशरथ के पुत्र प्रभु श्री राम के साथ राजा जनक की पुत्री देवी सीता का विवाह संपन्न हुआ था| भगवान श्री राम तथा देवी सीता के विवाह का विवरण श्रीरामचरितमानस में मिलता है|

हिन्दू धर्म में भगवान श्री राम तथा माता सीता को एक आदर्श दंपत्ति माना जाता है| जैसे भगवान श्री राम ने अपनी मर्यादा को बनाए रखकर मर्यादा पुरुषोत्तम का पद हासिल किया|

उसी प्रकार माता सीता भी अपनी पवित्रता साबित कर सम्पूर्ण संसार के लिए एक बहुत ही अच्छा उदाहरण बनी|

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यह विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) का दिन बहुत ही पवित्र तथा पावन माना जाता है| विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के दिन भगवान श्री राम तथा माता सीता की पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है| इस दिन अयोध्या राज्य में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है|

विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के व्रत करना बहुत ही शुभ माना जाता है| विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के दिन भगवान श्री राम के प्रिय राम रक्षा स्तोत्र तथा मंत्रों का जाप भी करना चाहिए| भक्तों के द्वारा विवाह पंचमी 2025 को विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है|

वर्तमान में जनकपुरी राज्य नेपाल में स्थित है| माना जाता है कि विवाह पंचमी के दिन बहुत सारे स्थानों पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है लेकिन विवाह पंचमी के दिन कभी भी किसी का विवाह नहीं किया जाता है|

99Pandit एक ऐसा ऑनलाइन मंच है| जहाँ से आप हिन्दू धर्म से सम्बंधित किसी भी पूजा जैसे नारायण बलि पूजा (Narayana Bali Puja), नवरात्रि पूजा (Navratri Puja) तथा वास्तु शांति पूजा के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है|

विवाह पंचमी 2025 पूजा विधि – Vivah Panchami 2025 Puja Vidhi

  • इस दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान श्री राम के विवाह का संकल्प लेना चाहिए|
  • विवाह पंचमी के दिन भगवान श्री राम की बारात निकाली जाती है|
  • घर में भगवान श्री राम तथा माता सीता की प्रतिमा को स्थापित किया जाता है|
  • इसके पश्चात भगवान श्री राम को पीले रंग के तथा माता सीता को लाल रंग के वस्त्र अर्पित किये जाते है|
  • भगवान गणेश जी का ध्यान करके विवाह की रस्मों को शुरू किया जाता है|
  • विवाह की रस्म शुरू करने से पहले हनुमान जी की पूजा तथा उनका आह्वान जरूर करना चाहिए|
  • हनुमान जी भगवान श्री राम के परम भक्त तथा माता सीता के प्रिय माने जाते है|
  • इसके पश्चात बालकाण्ड के विवाह प्रसंग का पाठ किया जाता है|
  • साथ में ‘ओम जानकी वल्लभाय नमः’ मंत्र का 108 बार उच्चारण किया जाता है|
  • इसके बाद में भगवान श्री राम तथा माता सीता को माला पहनाई जाती है तथा उनका गठबंधन किया जाता है|
  • श्री राम और माता सीता का गठबंधन करके उनकी आरती की जाती है|
  • विवाह की रस्म पूरी होने के पश्चात भगवान को भोग लगाया जाता है| इसके बाद पूरे घर में प्रसाद का वितरण किया जाता है|
  • माना जाता है कि विवाह पंचमी के दिन घर में श्री रामचरितमानस का पाठ करने से जीवन तथा घर में हमेशा सुख – शांति बनी रहती है|
  • विवाह पंचमी 2025 के दिन भगवान श्री राम तथा सीता माता का ध्यान करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है|

विवाह पंचमी की पौराणिक कथा – Mythological Story of Vivah Panchami

भगवान श्री राम तथा माता सीता को भगवान विष्णु व लक्ष्मी माता का अवतार माना जाता है| जिन्होंने इस धरती पर राजा जनक की पुत्री तथा महाराज दशरथ के पुत्र के रूप में जन्म लिया था|

पुरानी कथाओं के अनुसार यह माना जाता है कि सीता माता का जन्म धरती हुआ था| जब राजा जनक खेत में हल जोत रहे थे|

उस समय राजा जनक को नन्ही बच्ची मिली थी| राजा जनक ने उस नन्ही बच्ची को सीता नाम दिया था| इस वजह से सीता माता को जनक पुत्री के नाम से भी जाना जाता है|

राजा जनक के पास एक शिव धनुष था| जिसे भगवान परशुराम जी के अलावा अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं उठा सकता था| उस धनुष को बचपन में सीता माता ने उठा लिया था|

विवाह पंचमी 2025

तब राजा जनक ने यह निश्चय किया था कि वह उसी व्यक्ति को अपनी पुत्री के योग्य मानेंगे, जो भगवान शिव के इस धनुष को उठाकर इस पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा| इसके पश्चात राजा जनक के द्वारा एक स्वयंवर का आयोजन किया गया|

कई सारे लोगों ने धनुष पर प्रत्यंचा चढाने का प्रयास किया किन्तु कोई भी व्यक्ति उस धनुष को हिला ना सका| जिससे राजा जनक काफी परेशान होने लगे| राजा की ऐसी दशा को देखकर महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम से इस प्रतियोगिता में भाग लेने को कहा|

अपने गुरु की आज्ञा का पालन करके भगवान श्री राम ने उस शिव धनुष को उठाया तथा उस पर प्रत्यंचा चढाने लगे किन्तु वह धनुष टूट गया|

इस प्रकार से उस स्वयंवर को जीतकर भगवान श्री राम ने माता सीता से विवाह किया| वही माता सीता ने भी प्रसन्न मन के साथ भगवान श्री राम के गले में वरमाला डाली|

विवाह पंचमी के दिन इच्छापूर्ति के लिए करें यह उपाय 

  • वैवाहिक जीवन में चल रही किसी भी प्रकार की समस्या के लिए आपको विवाह पंचमी के दिन श्रीरामचरितमानस के राम – सीता प्रसंग का जप करना चाहिए|
  • माना जाता है कि श्रीरामचरितमानस को विवाह पंचमी के दिन ही पूर्ण हुई थी| इसी कारण से विवाह पंचमी के दिन श्रीरामचरितमानस का घर में करवाने से घर में उपस्थित सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती है| तथा सभी प्रकार के संबंध अच्छे बनने लगते है|
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  • मनचाहे वर की प्राप्ति के विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) का व्रत करके भगवान श्री राम तथा माता सीता की पूजा करनी चाहिए| उनका विवाह संपन्न करवाएं तथा उनसे अपनी इच्छा पूर्ति के लिए कामना करें|
  • संतान के यदि किसी प्रकार कोई समस्या है तो वह भी इसके द्वारा हल की जा सकती है|
  • मान्यता है कि इस दिन भगवान श्री राम तथा माता सीता की पूजा करने तथा राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है|

विवाह पंचमी 2025 के दिन रखें इन बातों का विशेष ध्यान – Vivah Panchami 2025 Specific Things

  • शास्त्रों के अनुसार यह बताया गया है कि विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए| इसके पश्चात भगवान श्री राम तथा माता सीता के विवाह का संकल्प ले तथा विवाह की तैयारी प्रारम्भ करें|
  • पूजा के स्थान पर भगवान श्री राम तथा माता सीता की मूर्ति को स्थापित कीजिये| इसके बाद में भगवान श्री राम को पीले रंग के तथा लाल रंग के वस्त्र माता सीता को अर्पित किया जाता है|
  • पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सम्पूर्ण पूजा होने के पश्चात सुन्दरकाण्ड का पाठ करना चाहिए| ऐसा कहा जाता है कि सुन्दरकाण्ड का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती है|

निष्कर्ष – Conclusion

किसी भी तरह की पूजा करने के लिए हमें बहुत सारी तैयारियां करनी होती है| गावों में पूजा आसानी से हो जाती है लेकिन शहरों में लोगों के पास समय की कमी होती है|

जिस वजह से वह लोग पूजा नहीं करवा पाते है तो उनकी इस समस्या का समाधान हम लेकर आये है 99Pandit के साथ|

यह सबसे बेहतरीन प्लेटफार्म है जिससे आप किसी पूजा के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है| इसके अलावा वर्तमान में ऐसे बहुत से लोग जिन्हें अपने ग्रंथो के बारे में कुछ भी नहीं पता है|

हालांकि, किसी भी समय भगवान की पूजा करना आपको कठिनाइयों, समस्याओं, तनाव और नकारात्मक ऊर्जाओं से हमें बचाता है।

जैसा कि आज आपने इस लेख के माध्यम से विवाह पंचमी 2025 (Vivah Panchami 2025) के उपाय तथा पूजा की विधि के बारे में जाना|

इसके अलावा भी अगर आप किसी और पूजा जैसे पितृ पक्ष पूजा तथा त्रिपिंडी श्राद्ध पूजा (Tripindi Shradh Puja) के बारे में जानकारी लेना चाहते है। तो आप हमारी वेबसाइट पर जाकर सभी तरह की पूजा या त्योहारों के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान ले सकते है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.विवाह पंचमी का त्यौहार कब मनाया जाता है?

A.विवाह पंचमी (Vivah Panchami) का त्यौहार मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है|

Q.विवाह पंचमी 2025 का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

A.माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम के द्वारा जनकपुर राज्य में माता सीता के स्वयंवर पर भगवान शिव का धनुष तोड़ा था तथा माता सीता से विवाह किया था|

Q.विवाह पंचमी का त्यौहार भव्य रूप से कहाँ मनाया जाता है?

A.विवाह पंचमी 2025 के त्यौहार को अधिकतर अयोध्या तथा जनकपुर राज्यों में बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है|

Q.विवाह पंचमी 2025 का त्यौहार कब है?

A.इस वर्ष विवाह पंचमी 2025 का उत्सव – 25 नवंबर 2025, मंगलवार को है|


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