Makar Sankranti 2025: Date, Timings, & Significance
Makar Sankranti 2025: Makar Sankranti is one of the most celebrated festivals in India. Makar Sankranti marks the end of…
Vivah Panchami 2024: हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के शुभ अवसर पर भगवान श्री राम तथा माता सीता का विवाह हुआ था| विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) का त्यौहार मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है|
इसी कारण से हिन्दू धर्म में हर साल मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को प्रभु श्री राम तथा माता सीता के विवाह की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है| माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम के द्वारा जनकपुर राज्य में माता सीता के स्वयंवर पर भगवान शिव का धनुष तोड़ा था तथा माता सीता से विवाह किया था|
विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के त्यौहार को अधिकतर अयोध्या तथा जनकपुर राज्यों में बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है| विवाह पंचमी 2024 भगवान श्री राम तथा देवी सीता की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाने वाला एक बहुत लोकप्रिय हिन्दू त्यौहार है|
विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के इस शुभ अवसर पर भक्तों के द्वारा मंदिरों तथा घरों में विवाह के मंगल गीत तथा भगवान श्री राम के भजनों का गायन बहुत ही उत्साह के साथ किया जाता है| विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के दिन वृन्दावन के निधिवन में स्थित श्री बांके बिहारी जी के प्राकट्य उत्सव के रूप में भी जाना जाता है|
इसी के साथ आपको बता दे कि 99Pandit की सहायता से आप अखंड रामायण पाठ (Akhand Ramayana Path), सुन्दरकाण्ड पाठ (Sunderkand Path) तथा पितृ पक्ष पूजा (Pitru Paksha Shradh) के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है|
पौराणिक कथाओं तथा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यह माना जाता है कि इस दिन महाराजा दशरथ के पुत्र प्रभु श्री राम के साथ राजा जनक की पुत्री देवी सीता का विवाह संपन्न हुआ था| भगवान श्री राम तथा देवी सीता के विवाह का विवरण श्रीरामचरितमानस में मिलता है|
हिन्दू धर्म में भगवान श्री राम तथा माता सीता को एक आदर्श दंपत्ति माना जाता है| जैसे भगवान श्री राम ने अपनी मर्यादा को बनाए रखकर मर्यादा पुरुषोत्तम का पद हासिल किया| उसी प्रकार माता सीता भी अपनी पवित्रता साबित कर सम्पूर्ण संसार के लिए एक बहुत ही अच्छा उदाहरण बनी|
100% FREE CALL TO DECIDE DATE(MUHURAT)
यह विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) का दिन बहुत ही पवित्र तथा पावन माना जाता है| विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के दिन भगवान श्री राम तथा माता सीता की पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है| इस दिन अयोध्या राज्य में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाता है|
विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के व्रत करना बहुत ही शुभ माना जाता है| विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के दिन भगवान श्री राम के प्रिय राम रक्षा स्तोत्र तथा मंत्रों का जाप भी करना चाहिए| भक्तों के द्वारा विवाह पंचमी 2024 को विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है|
वर्तमान में जनकपुरी राज्य नेपाल में स्थित है| माना जाता है कि विवाह पंचमी के दिन बहुत सारे स्थानों पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है लेकिन विवाह पंचमी के दिन कभी भी किसी का विवाह नहीं किया जाता है|
99Pandit एक ऐसा ऑनलाइन मंच है| जहाँ से आप हिन्दू धर्म से सम्बंधित किसी भी पूजा जैसे नारायण बलि पूजा (Narayana Bali Puja), नवरात्रि पूजा (Navratri Puja) तथा वास्तु शांति पूजा के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है|
भगवान श्री राम तथा माता सीता को भगवान विष्णु व लक्ष्मी माता का अवतार माना जाता है| जिन्होंने इस धरती पर राजा जनक की पुत्री तथा महाराज दशरथ के पुत्र के रूप में जन्म लिया था| पुरानी कथाओं के अनुसार यह माना जाता है कि सीता माता का जन्म धरती हुआ था| जब राजा जनक खेत में हल जोत रहे थे|
उस समय राजा जनक को नन्ही बच्ची मिली थी| राजा जनक ने उस नन्ही बच्ची को सीता नाम दिया था| इस वजह से सीता माता को जनक पुत्री के नाम से भी जाना जाता है| राजा जनक के पास एक शिव धनुष था| जिसे भगवान परशुराम जी के अलावा अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं उठा सकता था| उस धनुष को बचपन में सीता माता ने उठा लिया था|
तब राजा जनक ने यह निश्चय किया था कि वह उसी व्यक्ति को अपनी पुत्री के योग्य मानेंगे, जो भगवान शिव के इस धनुष को उठाकर इस पर प्रत्यंचा चढ़ाएगा| इसके पश्चात राजा जनक के द्वारा एक स्वयंवर का आयोजन किया गया|
कई सारे लोगों ने धनुष पर प्रत्यंचा चढाने का प्रयास किया किन्तु कोई भी व्यक्ति उस धनुष को हिला ना सका| जिससे राजा जनक काफी परेशान होने लगे| राजा की ऐसी दशा को देखकर महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम से इस प्रतियोगिता में भाग लेने को कहा|
अपने गुरु की आज्ञा का पालन करके भगवान श्री राम ने उस शिव धनुष को उठाया तथा उस पर प्रत्यंचा चढाने लगे किन्तु वह धनुष टूट गया| इस प्रकार से उस स्वयंवर को जीतकर भगवान श्री राम ने माता सीता से विवाह किया| वही माता सीता ने भी प्रसन्न मन के साथ भगवान श्री राम के गले में वरमाला डाली|
100% FREE CALL TO DECIDE DATE(MUHURAT)
किसी भी तरह की पूजा करने के लिए हमें बहुत सारी तैयारियां करनी होती है| गावों में पूजा आसानी से हो जाती है लेकिन शहरों में लोगों के पास समय की कमी होती है| जिस वजह से वह लोग पूजा नहीं करवा पाते है तो उनकी इस समस्या का समाधान हम लेकर आये है99Pandit के साथ|
यह सबसे बेहतरीन प्लेटफार्म है जिससे आप किसी पूजा के लिए ऑनलाइन पंडित जी को बुक कर सकते है| इसके अलावा वर्तमान में ऐसे बहुत से लोग जिन्हें अपने ग्रंथो के बारे में कुछ भी नहीं पता है|
हालांकि, किसी भी समय भगवान की पूजा करना आपको कठिनाइयों, समस्याओं, तनाव और नकारात्मक ऊर्जाओं से हमें बचाता है। जैसा कि आज आपने इस लेख के माध्यम से विवाह पंचमी 2024 (Vivah Panchami 2024) के उपाय तथा पूजा की विधि के बारे में जाना|
इसके अलावा भी अगर आप किसी और पूजा जैसे पितृ पक्ष पूजा तथा त्रिपिंडी श्राद्ध पूजा (Tripindi Shradh Puja) के बारे में जानकारी लेना चाहते है। तो आप हमारी वेबसाइट पर जाकर सभी तरह की पूजा या त्योहारों के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान ले सकते है।
इसके अलावा अगर आप ऑनलाइन किसी भी पूजा जैसे नवरात्रि, नारायणबलि पूजा, पितृ दोष पूजा के लिए आप हमारी वेबसाइट 99Pandit और हमारे ऐप [99Pandit] की सहायता से ऑनलाइन पंडित बहुत आसानी से बुक कर सकते है|
Q.विवाह पंचमी का त्यौहार कब मनाया जाता है?
A.विवाह पंचमी (Vivah Panchami) का त्यौहार मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है|
Q.विवाह पंचमी 2024 का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
A.माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री राम के द्वारा जनकपुर राज्य में माता सीता के स्वयंवर पर भगवान शिव का धनुष तोड़ा था तथा माता सीता से विवाह किया था|
Q.विवाह पंचमी का त्यौहार भव्य रूप से कहाँ मनाया जाता है?
A.विवाह पंचमी 2024 के त्यौहार को अधिकतर अयोध्या तथा जनकपुर राज्यों में बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाता है|
Q.विवाह पंचमी 2024 का त्यौहार कब है?
A.इस वर्ष विवाह पंचमी 2024 का उत्सव – 06 दिसंबर 2024, शुक्रवार को है|
Table Of Content