Ganesh Pujan Samagri List: गणेश पूजन सामग्री लिस्ट
कहते है की श्रद्धा व समर्पित भाव से किया हुआ कोई भी कार्य कभी भी निष्फल नहीं होता बशर्ते की…
किसी भी धर्मिक अनुष्ठान को संपन्न करवाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उसमे प्रयुक्त होने वाली सामग्री होती है| रामकथा आयोजन में रामकथा पूजन सामग्री एक विशेष महत्व होता हो क्यों की इसके अभाव में हम इस धार्मिक अनुष्ठान को संपन्न नही कर सकते| अतः रामकथा पूजन सामग्री को भली- भांति जाँच लेना अनिवार्य होता है|
हिन्दू धर्म दर्शन में राम कथा सबसे लोकप्रिय ग्रन्थ माना जाता है| ऐसा माना जाता है की इस घोर कलयुग में रामायण का पाठ आपके लिए समस्त मनोकामना को पूर्ण करने वाला और उस कालधेनु गाय के समान है जो संजीवनी बूंटी का काम करती है|
आदिकवि महर्षि वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण जो संस्कृत में है वह अन्य भाषाओं में रचित रामकथाओं का मूल मानी जाती है। यह रामकथा अज्ञान व भ्र्म को हरने वाली कथा है|
रामकथा को कलयुग में सभी मनोंकामना को पूर्ण करने वाली कामधेनु गाय के सामान माना गया है| जो व्यक्ति रामकथा को जितना अधिक श्रवण करेगा उसे उसका लाभ उतना ही जायदा मिलेगा| राम कथा के बारे में तुलसी दास जी ने कहा है की “राम कथा मन्दाकिनी नदी हैं सुन्दर चित चित्रकूट हैं और सुन्दर स्नेह ही वन हैं जिसमें श्री रामचन्द्र जी विहार करते हैं”|
यहाँ हम 99पंडित आपको रामकथा में प्रयुक्त होने वाली सामग्री की लिस्ट जारी कर रहे है जिससे की पूजन को भली- भांति संपन्न करवाया जा सके |
श्री रामकथा पूजन के लिए निम्नलिखित सामग्री का उपयोग किया जाता है। यह सामग्री पूजा के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती है, लेकिन यहां कुछ प्रमुख सामान की सूचि दी जा रही हैं जो आपको रामकथा पूजन को संपन्न करवाने में सहायता करेगी |
सामग्री | मात्रा |
रोली | 50 ग्राम |
कलवा (मौली) | 10 ग्राम |
सिन्दूर | 50 ग्राम |
लौंग | 25 ग्राम |
इलायची | 25 ग्राम |
सुपारी | 500 ग्राम |
हल्दी | 50 ग्राम |
अबीर | 50 ग्राम |
गुलाल | 50 ग्राम |
अभ्रक | 50 ग्राम |
गंगाजल | 1 शीशी |
गुलाबजल | 1 शीशी |
इत्र बडी | 1 शीशी |
शहद | 250 ग्राम |
धूपबती | 10 पैकेट |
रूईबती गोल | 2 पैकेट |
रूईबती बण्डल | 1 पैकेट |
जनैऊ | 1 बण्डल |
पीली सरसों | 100 ग्राम |
देशी घी | ढाई किलों |
कपूर | 200 ग्राम |
माचिस | 1 पैकेट |
जौ | सवा किलों |
दोना | पाॅच गडडी |
पंचमेवा | सवा किलो |
श्वेत चन्दन | 50 ग्राम |
अष्टगंध चन्दन | 50 ग्राम |
गरीगोला | ग्यारह पीस |
चावल | ग्यारह किलों |
मिट्टी की पियाली | 15 |
दियाली | 40 |
मिट्टी की कलश | 6 |
पानी का नारीयल | 2 पीस छिलका निकालकर |
लाल, हरा, पीला, काला रंग | 10 + 10 ग्राम |
सप्तम्रतिका | 1 पैकेट |
सर्वोषधि | 1 पैकेट |
सप्तधान्य | 100 ग्राम |
पंचरत्न | 1 डिब्बी |
चीनी | सवा किलों |
भगवान रामकथा की पूजा के दौरान वेदी के निर्माण के लिए एक चौकी की व्यवस्था करना महत्वपूर्ण क्यों है। चौकी की व्यवस्था धार्मिक आयोजनों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि यह पूजा के लिए एक समर्पित और उचित वातावरण प्रदान करती है।
यह पूजा के कार्यक्रम को सुचारु और संगठित ढंग से आयोजित करने में मदद करती है।
वेदी निर्माण के लिए चौकी व्यवस्था के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है-
हवन हेतु वेदी निर्माण में वस्त्र (वस्त्रालय) की व्यवस्था भी महत्वपूर्ण होती है। वस्त्रालय वेदी पर चौखट के पास स्थापित किया जाता है और इसमें पूजा या धार्मिक आयोजनों के लिए वस्त्र संग्रहित किए जाते हैं। इसे वेदी के सज्जन और अवधारणा का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है।
वेदी निर्माण में वस्त्र की व्यवस्था के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता या जरुरत पड़ती है :-
पीला कपडा चार मीटर, लाल कपडा तीन मीटर ,श्वेत कपडा तीन मीटर , काला एवं हरा कपडा 2 + 2 मीटर सब सूती रहेगा ।।
राम कथा पूजन में हवन सामग्री का उपयोग धार्मिक रूप से किया जाता है। यह पूजा भगवान राम की महिमा और कथाओं के प्रशंसार्थ की जाती है। हवन सामग्री में निम्नलिखित सामग्रीयाँ शामिल होती हैं:
वस्तु | मात्रा |
काला तिल | सवा किलो |
धूपलकडी | आधा किलो |
सुगंध बाला | पचास ग्राम |
कमलबीज | 100 ग्राम |
बेलगुदी | 100 ग्राम |
सतवारी | 50 ग्राम |
अगर-अगर | 100 ग्राम |
भोजपत्र | 1 पैकेट |
हवन सामग्री | एक किलो |
गुड़ | एक किलो |
आम की समिधा | सात किलो |
नवग्रह समिधा | एक पैकेट |
काला उड़द | सो ग्राम, बलिदान हेतु |
ब्रम्हपूर्णपात्र | सात किलो का डिब्बा ढक्कन सहित |
पूर्णपात्र हेतु चावल | सात किलो जो खंडित न हो |
व्यासपीठ तीन बाई छः कस दीवाना अथवा तखत पर एक डेढ़ बाई ढाई की पोथीपीठ कारपेन्टर दवारा करवाये |
विशेष :- विश्राम दिवस में पोथी पूजन व्यास पूजन में आप अपनी श्रद्धानुसार, विशेष दक्षिणा विशेष वस्त्र, विशेष गिफ्ट,अर्थांत जो आप और आपके परिवार वाले सभी को भेंट करना चाहिए कुछ पूज्य व्यास जी को, विदाई के समय कुछ भी भेट कर सकते है|
श्री राम कथा का पाठ घर में करवाने से घर में सुख- शांति बने रहती है | पारिवारिक कलेश व कोई भी काम करने पर मार्ग में आने वाली बाधा पर रोक लगती है | परिवार के लोगो में किसी कार्य को करने के प्रति आपसी सहानुभूति देखने को मिलती है |
राम कथा का पाठ करने से मन में शांति व सदैव शरीर स्वस्थ बना रहता है इसके अलावा राम कथा का पाठ करने से भक्ति – मार्ग में मन लगता है तथा अलग ही आनंद की अनुभूति होती है|
अगर कोई व्यक्ति नियमित रुप से रामकथा पाठ का सुमिरन करता है तो उसके घर में लक्ष्मी का वास होता है जिससे उसके घर में धन की हमेशा बाहुल्यता रहती है|
रामकथा का पाठ हमें सत्यता के मार्ग की और अग्रसर करने के लिए प्रेरित करता है|
हनुमान जी की कृपा बने रहने के कारण कोई भी बुरी शक्तियां उस घर का कुछ नहीं बिगाड़ सकती जिस घर में नियमित रूप से रामायण पाठ किया जाता है।
रामायण कथा, जिसे राम कथा भी कहा जाता है, भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हिन्दू धर्म में गहन महत्त्व रखती है। इस कथा के माध्यम से भगवान राम की जीवनी, मार्गदर्शन, उदाहरण, और धार्मिक मूल्यों को दर्शाया जाता है। राम कथा का महत्त्व विभिन्न पहलुओं से स्पष्ट होता है:
रामायण में भगवान राम को एक आदर्श पुरुष के रूप में प्रस्तुत किया गया है। उनका चरित्र, शील, धर्म और सेवाभाव प्रतिष्ठित किए जाते हैं और मानवता के आदर्शों को प्रकट करते हैं। इससे लोगों को सही मार्गदर्शन मिलता है और उन्हें एक श्रेष्ठ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।
रामायण में धर्म, नैतिकता, सत्य, ध्यान, संयम, समर्पण, उदारता, प्रेम, वचनवद्धता, और शक्ति की महत्ता पर विशेष बल दिया गया है। यह भगवान राम के चरित्र में प्रकट होता है और मानवीय गुणों की महत्ता को समझाता है।
रामायण में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, और हनुमान के रूप में परिवार का आदर्श प्रस्तुत किया गया है। इसे एक परिवार के सदस्यों के बीच समरसता, स्नेह, सम्मान, और सहायता की महत्ता को दर्शाता है।
इस प्रकार, राम कथा का महत्त्व भगवान राम के आदर्शता, धार्मिक और नैतिक सन्देश, समाज के लिए आदर्श परिवार, भक्ति और साधना का मार्गदर्शन, और कल्याण का सन्देश देने में समाहित है |
99पंडित एक प्रसिद्ध ऑनलाइन पंडित बुकिंग सेवा है | यहाँ पर आपको पेशेवर पंडितो की एक ऐसी टीम है जो,धार्मिक अनुष्ठान में प्रयोग होने वाली वैदिक क्रिया को शास्त्रों के अनुसार करते है क्यों की वैदिक शास्त्रों के अनुरूप करवाया गया कार्य ही हमेशा फल देता है |
इसके अलावा हमारा अर्थांत 99पंडित का यह प्रयास रहता है की किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में किसी होने वाले व्यवधान जैसे सामग्री का सही चयन न होना, महूर्त समय पर पंडित का न आना जैसी समस्याओं का भी निराकरण करने में हम सक्षम है |
Q.“रामकथा पूजन” क्या होता है?
A.“रामकथा पूजन” एक धार्मिक अभिषेक या उपासना है जो भगवान राम और रामायण की महाकाव्यिका कथा को समर्पित होती है।
Q.रामकथा पूजन के दौरान क्या कार्यक्रम होते हैं?
A.रामकथा पूजन के दौरान, भगवान राम की कथा का पाठ किया जाता है, विभिन्न पूजा और अर्चना कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, और भक्त आराधना, आरती और मंत्रों का जाप करते हैं।
Q.रामकथा पूजन का महत्व क्या है?
A.रामकथा पूजन मान्यताओं में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से भक्त भगवान राम के साथ अविच्छिन्नता और आध्यात्मिक संबंध को गहराते हैं, उनकी कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
Q.रामकथा पूजन के लिए सबसे अच्छा पंडित कहां मिलेगा?
A.अगर आप रामकथा का आनंदमयी फल प्राप्त करना चाहते हो तो 99पंडित आपके लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है |
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