लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा हिंदी भजन लिरिक्स
Lagan Tumse Laga baithe, Jo Hoga Dekha Jayega Hindi Bhajan Lyrics: यूं तो श्री कृष्ण को खुश करने के कई…
.
Saraswati Aarti Lyrics in Hindi: सरस्वती जी की आरती का जाप माता सरस्वती जी को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है| इस आरती का जाप मनुष्य को बुद्धि प्रदान करता है क्योंकि माता सरस्वती को विद्या की देवी भी कहा जाता है|
सरस्वती माता की जो भी भक्त सच्चे मन से प्रार्थना करता है, माता उससे प्रसन्न होकर उसे अपना आशीर्वाद अवश्य प्रदान करती है| वसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की विशेष रूप से पूजा की जाती है| इस दिन पूजा के पश्चात माता सरस्वती चालीसा तथा माँ सरस्वती जी की आरती [Saraswati Aarti Lyrics in Hindi] का जाप करना बहुत ही शुभ माना जाता है|
पौराणिक कथा की मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि जिस स्थान पर भी माता सरस्वती विद्यमान होती है| उस स्थान पर स्वयं ही माँ लक्ष्मी जी भी प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होती है| माना जाता है कि सरस्वती माता की पूजा करने से जातक को सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है एवं उसको विद्या, बुद्धि, सुख व समृद्धि की प्राप्ति होती है|
इसके साथ ही जातक अपने सभी कार्यों व कारोबार में सफलता प्राप्त होती है| यदि आप भी माता सरस्वती की असीम कृपा पाने चाहते है तो आपको पूर्ण श्रद्धा के साथ माँ सरस्वती जी की आरती का जाप करना चाहिए|
यदि आप ऑनलाइन किसी भी पूजा जैसे धनतेरस पूजा (Dhanteras Puja), महालक्ष्मी पूजा (Mahalakshmi Puja), तथा गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) के लिए आप हमारी वेबसाइट 99Pandit की सहायता से ऑनलाइन पंडित बहुत आसानी से बुक कर सकते है| इसी के साथ हमसे जुड़ने के लिए आप हमारे Whatsapp पर भी मेसेज कर सकते है|
|| सरस्वती आरती ||
जय सरस्वती माता,
मैया जय सरस्वती माता ।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता ॥
जय जय सरस्वती माता…॥
चन्द्रवदनि पद्मासिनि,
द्युति मंगलकारी ।
सोहे शुभ हंस सवारी,
अतुल तेजधारी ॥
जय जय सरस्वती माता…॥
बाएं कर में वीणा,
दाएं कर माला ।
शीश मुकुट मणि सोहे,
गल मोतियन माला ॥
जय जय सरस्वती माता…॥
देवी शरण जो आए,
उनका उद्धार किया ।
पैठी मंथरा दासी,
रावण संहार किया ॥
जय जय सरस्वती माता…॥
विद्या ज्ञान प्रदायिनि,
ज्ञान प्रकाश भरो ।
मोह अज्ञान और तिमिर का,
जग से नाश करो ॥
जय जय सरस्वती माता…॥
धूप दीप फल मेवा,
माँ स्वीकार करो ।
ज्ञानचक्षु दे माता,
जग निस्तार करो ॥
॥ जय सरस्वती माता…॥
माँ सरस्वती की आरती,
जो कोई जन गावे ।
हितकारी सुखकारी,
ज्ञान भक्ति पावे ॥
जय सरस्वती माता,
जय जय सरस्वती माता ।
सदगुण वैभव शालिनी,
त्रिभुवन विख्याता ॥
|| Saraswati Chalisa ||
Jai Saraswati Mata,
Maiyya Jai Saraswati Mata.
Sadgun Vaibhav Shalini,
Tribhuvan Vikhyata.
Jai Jai Saraswati Mata…
Chandravadani Padmasini,
Dyuti Mangalkari.
Sohe Shubh Hans Sawari,
Atul Tejadhari.
Jai Jai Saraswati Mata…
Baayein Kar Mein Veena,
Daayein Kar Mala.
Sheesh Mukut Mani Sohe,
Gal Motiyan Mala.
Jai Jai Saraswati Mata…
Devi Sharan Jo Aaye,
Unka Uddhar Kiya.
Paithi Manthara Daasi,
Ravan Sanhar Kiya.
Jai Jai Saraswati Mata…
Vidya Gyan Pradayini,
Gyan Prakash Bharo.
Moh Ajnan Aur Timir Ka,
Jag Se Nash Karo.
Jai Jai Saraswati Mata…
Dhoop Deep Phal Mewa,
Maa Swikar Karo.
Gyan Chakshu De Maa,
Jag Nistaar Karo.
Jai Saraswati Mata…
Maa Saraswati Ki Aarti,
Jo Koi Jan Gaave.
Hitkari Sukhkari,
Gyan Bhakti Paave.
Jai Saraswati Mata,
Jai Jai Saraswati Mata.
Sadgun Vaibhav Shalini,
Tribhuvan Vikhyata.
Table Of Content