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अन्नपूर्णा स्तोत्र

Annapoorna Stotram Lyrics: पाठ करे अन्नपूर्णा स्तोत्र का संस्कृत में

99Pandit Ji
Last Updated:May 10, 2024

अन्नपूर्णा स्तोत्र (Annapoorna Stotram) का जाप अन्नपूर्णा माता को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है| अन्नपूर्णा माता को माँ जगदम्बा का ही एक एक रूप माना जाता है, जो भी भक्त माता अन्नपूर्णा की सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा करता है एवं इस अन्नपूर्णा स्तोत्र (Annapoorna Stotram) का जाप करता है|

उसे सदा माता अन्नपूर्णा का आशीर्वाद प्राप्त होता है| हिन्दू धर्म में बताया गया है कि माता अन्नपूर्णा ही इस सम्पूर्ण संसार का भरण – पोषण करती है| इस अन्नपूर्णा स्तोत्र (Annapoorna Stotram) की रचना गुरु आदि शंकराचार्य जी के द्वारा की गई थी| आइये जानते है अन्नपूर्णा स्तोत्र (Annapoorna Stotram) के लिरिक्स के बारे में|

अन्नपूर्णा स्तोत्र

इसी के साथ यदि आप शिव तांडव स्तोत्रम [Shiv Tandav Stotram], सरस्वती जी की आरती [Saraswati Aarti], या कनकधारा स्तोत्र [Kanakdhara Stotra] आदि भिन्न-भिन्न प्रकार की आरतियाँ, चालीसा व व्रत कथा पढना चाहते है तो आप हमारी वेबसाइट 99Pandit पर विजिट कर सकते है|

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माता अन्नपूर्णा स्तोत्र संस्कृत में – Annapoorna Stotram Lyrics in Sanskrit

|| अन्नपूर्णा स्तोत्र ||

नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी
निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी ।
प्रालेयाचलवंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥१॥

नानारत्नविचित्रभूषणकरी हेमाम्बराडम्बरी
मुक्ताहारविलम्बमानविलसद्वक्षोजकुम्भान्तरी ।
काश्मीरागरुवासिताङ्गरुचिरे काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥२॥

योगानन्दकरी रिपुक्षयकरी धर्मार्थनिष्ठाकरी
चन्द्रार्कानलभासमानलहरी त्रैलोक्यरक्षाकरी ।
सर्वैश्वर्यसमस्तवाञ्छितकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥३॥

कैलासाचलकन्दरालयकरी गौरी उमा शङ्करी
कौमारी निगमार्थगोचरकरी ओङ्कारबीजाक्षरी ।
मोक्षद्वारकपाटपाटनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥४॥

दृश्यादृश्यविभूतिवाहनकरी ब्रह्माण्डभाण्डोदरी
लीलानाटकसूत्रभेदनकरी विज्ञानदीपाङ्कुरी ।
श्रीविश्वेशमनःप्रसादनकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥५॥

उर्वीसर्वजनेश्वरी भगवती मातान्नपूर्णेश्वरी
वेणीनीलसमानकुन्तलहरी नित्यान्नदानेश्वरी ।
सर्वानन्दकरी सदा शुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥६॥

आदिक्षान्तसमस्तवर्णनकरी शम्भोस्त्रिभावाकरी
काश्मीरात्रिजलेश्वरी त्रिलहरी नित्याङ्कुरा शर्वरी ।
कामाकाङ्क्षकरी जनोदयकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥७॥

देवी सर्वविचित्ररत्नरचिता दाक्षायणी सुन्दरी
वामं स्वादुपयोधरप्रियकरी सौभाग्यमाहेश्वरी ।
भक्ताभीष्टकरी सदा शुभकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥८॥

चन्द्रार्कानलकोटिकोटिसदृशा चन्द्रांशुबिम्बाधरी
चन्द्रार्काग्निसमानकुन्तलधरी चन्द्रार्कवर्णेश्वरी ।
मालापुस्तकपाशासाङ्कुशधरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥९॥

क्षत्रत्राणकरी महाऽभयकरी माता कृपासागरी
साक्षान्मोक्षकरी सदा शिवकरी विश्वेश्वरश्रीधरी ।
दक्षाक्रन्दकरी निरामयकरी काशीपुराधीश्वरी
भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥१०॥

अन्नपूर्णे सदापूर्णे शङ्करप्राणवल्लभे ।
ज्ञानवैराग्यसिद्ध्यर्थं भिक्षां देहि च पार्वति ॥११॥

माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वरः ।
बान्धवाः शिवभक्ताश्च स्वदेशो भुवनत्रयम् ॥१२॥

श्री शङ्कराचार्य कृतं

अन्नपूर्णा स्तोत्र

Annapoorna Stotram Lyrics in English – नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी

|| Annapoorna Stotram ||

Nitya nandakari vara bhayakari saundarya ratnakari
Nirdhoot akhil Ghora Pavankari Pratyakshamaheeshwari.
Praleyachalvamshapavankari kashipuradhishwari
Bhikshaam Dehi kripa Avalambana Kari Maata annapoorneshwari॥1॥

Naanaa ratna vichitra bhushanakari hema ambara dambhari
Muktaa haara vilambamaana vilasad vakshoja kumbha antari.
Kaashmira agaru vaasita angaruchire kashi pura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalam banakari maata annapoorneshwari॥2॥

Yogaa nandakari ripu kshayakari dharm artha nishtaakari
Chandra arka anala bhaasamaana lahrari trailokya rakshaakari.
Sarvaishvarya Samasta Vaanchhitakari kashi pura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥3॥

Kailaas achala kandaara layakari gauri uma shankari
Kaumaari nigama artha gocharakari omkaara beeja akshari.
Moksha dvaara kapaata paatankari kashipura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥4॥

Drishya adrishya vibhooti vaahanakari brahmaanda bhaandodari
Leelaa naataka sootra bhedaanakari vijnaana deepa ankuri.
Shrivishweshamanahprasaadnakari kashipuradhishwari
Bhikshaam dehi kripaavalambanakari maataannapoorneshwari॥5॥

Urvi Sharva Janeswari Bhagavati Maata Annapoorneshwari
Veeni Neela samaana Kunta lahari Nitya annaadaaneshwari.
Sarvaa nandakari sadaa shubhakari kashipuradhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥6॥

Aadiksha anta samasta varnanakari shambho strivibhaa vakari
Kaashmiraa trijaleshwari trilahari nityaankura sharvari.
Kaamaa kaankshakari janodayakari kashipura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥7॥

Devi sarva vichitra ratna rachitaa daakshaayanee sundari
Vaamam svaadu payo dhara priyakari saubhaagya maaheshwari.
Bhakta abheeshṭakari sadaa shubhakari kashipura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥8॥

Chandra arka anala koti koti sadrusha chandra amshubimba adhari
Chandra arka agni samaana kuntaladhari chandra arka varneshwari.
Maalaa pustaka paashaas ankushadhari kashipura adhishwari
Bhikshaam dehi kripa avalambanakari maata annapoorneshwari॥9॥

Kshatra traanakari maha’bhyakari maata kripaasaagari
Saakshaan mokshakari sadaa shivakari vishweshwara shreedhari.
Dakshaa krandakari niraamayakari kashipura adhishwari
Bhikshaam Dehi Kripaavalam Banakari Maata annapoorneshwari॥10॥

Annapoorne Sadaa Poorne shankara Praana vallabhe।
Gyaana vairaagya siddhyartham bhikshaam dehi cha paarvati॥11॥

Maata cha Parvati devi Pitaa devo maheshwarah।
Baandhavaah Shiva Bhaktaashcha Swadesho bhuvanatrayam॥12॥

Shree Shankaracharya Krutam

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